जहां हुई स्ट्राइक, वहीं कसाब व हेडली ने ली थी ट्रेनिंग
एक ही झटके में पहलगाम के साथ 6 आतंकी हमलों का लिया गया बदला

नई दिल्ली/दि.7- भारतीय सेना द्वारा पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने हेतु बीती रात पाकिस्तान के जिन आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई है, उन्हीं आतंकी ठिकानों में किसी समय अजमल कसाब व डेवीड हेडली उर्फ दाऊद गिलानी जैसे आतंकियों ने ट्रेनिंग प्राप्त करते हुए 26/11 के मुंबई हमले को अंजाम दिया था, ऐसी जानकारी भी अब सामने आई है.
बीती रात हुए ऑपरेशन सिंदूर के करीब 9 घंटे बाद सरकार, सेना और एयरफोर्स के अफसरों ने घटना की जानकारी दी. बुधवार सुबह 10:30 बजे मीडिया ब्रीफिंग से पहले एयर स्ट्राइक का 2 मिनट का वीडियो प्ले किया गया. इसमें बताया गया कि मंगलवार रात 1:04 बजे से 1:11 बजे के बीच 7 मिनट में 9 टारगेट तबाह किए गए. हालांकि ऑपरेशन पूरा होने में कुल 25 मिनट का समय लगा. झेघ में सबसे पहले टारगेट सवाई नाला मुजफ्फराबाद में था, यह लश्कर का ट्रेनिंग सेंटर था. सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने यहीं ट्रेनिंग ली. मुजफ्फराबाद के ही सैयदना बिलाल कैंप में आतंकियों को हथियार, विस्फोटक और जंगल सर्वाइवल की ट्रेनिंग दी जाती थी. गुरपुर के कोटली में लश्कर का कैंप था, यहां पुंछ में 2023 में श्रद्धालुओं पर हुए हमले के आतंकी ट्रेंड हुए थे.
भारतीय सेना के लिए पाकिस्तान में पहला टारगेट सियालकोट का सरजल कैंप था. मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को यहीं ट्रेन किया गया था. सियालकोट के महमूना जाया कैंप में हिजबुल का बहुत बड़ा कैंप था. यह कठुआ में आतंकवाद का नियंत्रण केंद्र था. पठानकोट हमला यहीं प्लान किया गया. मरकज तैयबा मुरीदके में टेररिस्ट कैंप है. अजमल कसाब और डेविड कोलमैन हेडली यहीं ट्रेन हुए थे. मरकज सुभानअल्लाह भावलपुर जैश का हेडक्वार्टर था. यहां आतंकवादियों का रिक्रूटमेंट होता था, उन्हें ट्रेनिंग दी जाती थी. जैश के बड़े अफसर यहां आते थे.
सेना का ऑपरेशन कुल 25 मिनट चला. जो फुटेज जारी किए गए, उनके मुताबिक मंगलवार रात 1:04 बजे से 1:11 बजे तक 7 मिनट में आतंकियों के कुल 9 टारगेट तबाह किए. हालांकि कर्नल सोफिया कुरैशी ने अपने बयान में ऑपरेशन का समय रात 1.05 से 1.30 बजे के बीच बताया. सभी टारगेट्स पर आतंकियों के शेल्टर, ट्रेनिंग सेंटर और लॉन्च पैड बने हुए थे.