नागपुर हिंसा में दिखा कश्मीर पैटर्न
बांग्लादेश के साथ ही जुड रहे तार

* पुलिस खंगाल रही फहीम खान की कुंडली
* एक के बाद एक सनसनीखेज खुलासे
नागपुर/दि.20 – विगत सोमवार को नागपुर के महल परिसर में बडे पैमाने पर हिंसा हुई थी. जब समुदाय विशेष के लोगों ने बडे पैमाने पर पत्थरबाजी करते हुए दूसरे समूदाय के घरों को जलाने का प्रयास किया, साथ ही कई वाहनों को आग लगाई. इसके अलावा अंधेरा का फायदा उठाते हुए एक महिला पुलिस कर्मी का विनयभंग भी किया गया. इस पूरी हिंसा का मास्टरमाईंड फहीम खान था, यह स्पष्ट हो गया और फहीम खान ने ही युवाओं को भडकाकर 500 लोगों का मोर्चा पुलिस थाने पर लाया था. साथ ही अब इस मामले में एक के बाद एक सनसनखेज खुलासे हो रहे है और इस हिंसाचार का कनेक्शन जम्मू-कश्मीर के साथ ही पडोसी मुल्क बांग्लादेश के साथ भी जुडते नजर आ रहे हैं.
राज्य के गृह मंत्रालय ने नागपुर हिंसाचार मामले को लेकर एक नया खुलासा किया है, जिसमें कहा गया है कि, जिस तरह से कश्मीर में पत्थरबाजी करने हेतु किराए पर लोग लाए जाते है. उसी तर्ज पर नागपुर में भी कश्मीर पैटर्न को अमल में लाया गया. साथ ही पुलिस इस मामले की सघन तरीके से जांच कर रही है और पूरे प्रभावित क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फूटेज खंगाले जा रहे है. साथ ही नागपुर के पुलिस आयुक्त रविंद्रकुमार सिंघल ने संवेदनशील परिसर में दो हजार से अधिक पुलिस कर्मियों सहित दंगा नियंत्रक पथक को तैनात किया है.
* सैयद असीमअली भी रडार पर
नागपुर हिंसाचार की घटना के बाद सैयद असीमअली अब एक बार फिर पुलिस के निशाने पर आ गया है. जिसकी गतिविधियों पर जांच एजेंसियों की नजर है. मायनारिटी डेमोक्रेटीक पार्टी का पदाधिकारी सैयद असीमअली अपना एक यूट्यूब चैनल चलता है और औरंगजेब का काफी गुनगान करता है. वर्ष 2015 में उत्तर प्रदेश से वास्ता रखनेवाले हिंदू नेता कमलेश तिवारी की जीभ काटनेवाले को इनाम देने की घोषणा असीमअली ने की थी. जिसके बाद वर्ष 2019 में कमलेश तिवारी की हत्या के बाद हत्याकांड में शामिल आरोपियों ने सैयद असीमअली से इनाम की रकम के लिए संपर्क किया था. जिसकी जानकारी मिलते ही नागपुर एटीएस ने सैयद असीमअली को गिरफ्तार कर यूपी पुलिस के हवाले कर दिया था. जिसे जुलाई 2024 में जमानत मिली थी. मायनारीटी डेमोक्रेटीव पार्टी के फहीम खान का नाम नागपुर हिंसा में सामने आते ही जांच एजेंसियों की नजर एक बार फिर सैयद असीमअली की ओर घूमी लेकिन फिलहाल सैयद असीमअली का कहीं कोई अतापता ही नहीं है. वहीं मामले की जांच के दौरान पता चला है कि, नागपुर दंगे का मास्टरमाईंड रहनेवाले फहीम खान का मालेगांव से भी कनेक्शन था और फहीम खान ने 5 माह पूर्व मालेगांव जाकर वहां अपनी पार्टी का कार्यालय खोला था तथा विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी को भी खडा किया था.