शस्त्र लाईसेंस के आवेदन से कोकाटे फंसे मुश्कील में
30 साल पहले अल्प उत्पन्न गट से संभ्रांत इलाके में लिया था फ्लैट
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नाशिक/दि. 21 – 40 से 50 कामगारों को प्रति सप्ताह नकद वेतन के तौर पर हजारों रुपयों का भुगतान करना पडता है, ऐसे में रकम सहित अपनी सुरक्षा हेतु हथियार के लिए लाईसेंस मिलने हेतु किसी समय एड. माणिकराव कोकाटे ने आवेदन किया था. उस समय कोकाटे बंधुओं द्वारा कोपरगांव के सहकारी शक्कर कारखाने को गन्ने की आपूर्ति की जाती थी. जिसके आधार पर जिला प्रशासन ने निष्कर्ष निकाला था कि, एड. माणिकराव कोकाटे की सालाना आय 30 हजार रुपए से कम नहीं है. जबकि एड. कोकाटे ने 30 वर्ष पहले शहर के सबसे महंगे व संभ्रांत इलाके में अल्प उत्पन्न गुट से फ्लैट हासिल किए थे. अपने सहित अपने भाई विजय कोकाटे, पोपट सोनवने व प्रशांत गोवर्धने ऐसे चार लोगों के नाम पर कैनडा कॉर्नर क्षेत्र के निर्माण व्ह्यू अपार्टमेंट में मुख्यमंत्री कोटे से अल्प उत्पन्न गट के तहत फ्लैट हासिल किए गए थे. जिसे लेकर सिन्नर तहसील के तत्कालीन विधायक व दिवंगत राज्यमंत्री तुकाराम दिघोले ने शिकायत भी दर्ज कराई थी. जिसकी जांच करते हुए कोकाटे बंधुओं के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फ्लैट लेने का मामला 30 वर्ष पहले पुलिस थाने में दर्ज कराया गया था और अब इसी मामले में राज्य के कृषिमंत्री रहनेवाले कोकाटे व उनके भाई को दो वर्ष के कारावास व 50 हजार रुपए के जुर्माने की सजा अदालत द्वारा सुनाई गई है. यानी कुल मिलाकर अपने लिए हथियार का लाईसेंस लेने हेतु आवेदन करना कोकाटे बंधुओं पर भारी पड गया.
जानकारी के मुताबिक सन 1996 में माणिकराव कोकाटे सिन्नर पंचायत समिति के सभापति थे. वहीं उनके भाई विजय कोकाटे ठेकेदारी का काम करते थे. कोपरगांव सहकारी शक्कर कारखाने के सदस्य रहनेवाले कोकाटे बंधुओं द्वारा इस कारखाने को अपने खेत के गन्ने की आपूर्ति किए जाने की जानकारी भी सामने आई है, यानी कोकाटे परिवार आर्थिक रुप से काफी संपन्न रहा. जबकि कोकाटे बंधुओं ने अपनी सालाना आय को 30 हजार रुपए से कम दर्शाते हुए नाशिक के संभ्रांत इलाके में अल्प उत्पन्न गुट के तहत फ्लैट हासिल किए थे. वहीं खुद कोकाटे बंधुओं ने अपने पास रहनेवाले 40 से 50 कामगारों को प्रति सप्ताह 9 से 10 हजार रुपए का भुगतान करने की बात कहते हुए हथियार का लाईसेंस मिलने हेतु आवेदन भी किया था. यह सभी बातें परस्पर विरोधाभासी थी. जिसके चलते कोकाटे के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया गया था.