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भारतीय वनसेवा परीक्षा में लातूर की प्रतिक्षा रही देश में द्वितीय

फिलहाल मेलघाट में सहायक वनसंरक्षक पद पर है कार्यरत

नई दिल्ली/दि.9 – भारतीय वनसेवा परीक्षा 2023 में 147 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए है. इस परीक्षा का परिणाम गत रोज केंद्रीय लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा घोषित किया गया. जिसके अनुसार ऋत्विका पाण्डेय इस परीक्षा में सबसे अव्वल स्थान पर रही. वहीं महाराष्ट्र के लातूर की प्रतिक्षा नानासाहब काले राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे एवं स्वस्तिक यदूवंशी तीसरे स्थान पर रहे.
अमरावती जिलांतर्गत मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प में सहायक वनसंरक्षक पद पर कार्यरत रहने वाली प्रतिक्षा काले ने लातूर के राजर्षी शाहू महाविद्यालय से कक्षा 12 वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने के साथ ही पुणे स्थित सीओईपी से मेकेनिकल इंजिनियरिंग की पदवि प्राप्त की. विशेष उल्लेखनीय है कि, वष 2018 में महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग द्वारा ली गई वनसेवा परीक्षा में भी प्रतिक्षा काले ने समूचे राज्य से प्रथम स्थान प्राप्त किया था.
अपनी इस सफलता को लेकर मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प की सहायक वनसंरक्षक प्रतिक्षा काले का कहना रहा कि, उनकी यह सफलता तो केवल परीक्षा में हासिल की गई सफलता है और उनकी असली सफलता भविष्य में उनके द्वारा किये जाने वाले कामों के जरिए सामने आएगी.

* परीक्षा में 147 अभ्यार्थी रहे पात्र
भारतीय वनसेवा परीक्षा 2023 में सफल रहने वाले कुल 147 अभ्यार्थियों में से 43 सामान्य श्रेणी से, 20 आर्थिक रुप से पिछडे घटक (ईडब्ल्यूएस) से, 51 अन्य पिछडा वर्गीय (ओबीसी) से, 22 अनुसूचित जाति (एससी) से तथा 11 अनुसूचित जनजाति (एसटी) से रहे. बता दें कि, केंद्र सरकार ने इस परीक्षा के जरिए भारतीय वनविभाग में 150 रिक्त पदों को भरने की रिपोर्ट दी थी. जिसके चलते यूपीएससी ने 26 नवंबर से 3 दिसंबर की कालावधि दौरान भारतीय वनसेवा विभाग की लिखित परीक्षा ली थी. जिसमें उत्तीर्ण रहने वाले परीक्षार्थियों के 22 अप्रैल से 1 मई 2024 के दौरान साक्षात्कार लिये गये थे. पश्चात भारतीय वनसेवा के पदों पर नियुक्ति हेतु 147 अभ्यार्थियों के नामों की सिफारिश की गई. सिफारिश किये गये 51 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अस्थायी स्वरुप की है. इस परीक्षा परिणाम को यूपीएससी की वेबसाइट पर देखा जा सकता है.

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