बदलापुर को लेकर 24 अगस्त को ‘महाराष्ट्र बंद’
महाविकास आघाडी ने किया बंद का ऐलान
* कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया मामले को दबाने का आरोप
मुंबई /दि.21- ठाणे जिलांतर्गत बदलापुर की शाला में तीन व चार वर्ष की आयु वाली दो छात्राओं के साथ हुए यौन शोषण के मामले को लेकर अब राज्य में राजनीति काफी तेज हो गई है. जहां गत रोज बदलापुर में हुए आंदोलन को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा था कि, इस आंदोलन में शामिल होने हेतु बाहर से लोगों को बुलाया गया था. वहीं अब सीएम शिंदे के इस बयान का निषेध करते हुए महाविकास आघाडी ने 24 अगस्त को महाराष्ट्र बंद का आवाहन किया है. साथ ही कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने आरोप लगाया है कि, चूंकि उक्त स्कूल भाजपा व संघ से संबंधित व्यक्ति की है. अत: सरकार द्वारा उस शाला की बदनामी होने से रोकने हेतु जानबुझकर इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा था.
कांगे्रस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के मुताबिक राज्य में बदलापुर सहित विभिन्न स्थानों से मिल रही खबरों को देखते हुए कहा जा सकता है कि, प्रगतीशील कहे जाने वाले महाराष्ट्र में भी महिलाओं व युवतियों के साथ-साथ छोटी-छोटी बच्चियां भी सुरक्षित नहीं है. इस तरह की घटनाएं महाराष्ट्र की प्रगतीशिलता पर कालिख पोतने वाली है. जिसका निषेध करने हेतु आगामी 24 अगस्त को महाराष्ट्र बंद का आवाहन किया गया है.
* एड. निकम की नियुक्ति का भी विरोध
बता दें कि, बदलापुर के मामले में विशेष सरकारी वकील के तौर पर एड. उज्वल निकम की नियुक्ति की गई है. जिस पर आपत्ति उठाते हुए विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, उक्त शिक्षा संस्था जिस पार्टी से संबंधित व्यक्ति की है, उसी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर लोकसभा का चुनाव लड चुके व्यक्ति को विशेष सरकारी वकील के तौर पर नियुक्त किया जा रहा है. ऐसे में यदि आगे चलकर इस मामले को दबा दिया जाता है, तो उसके लिए जिम्मेदार कौन होगा.
* आरोपी की पुलिस कस्टडी बढी
– वकील पत्र लेने कोई वकील तैयार नहीं
इस बीच बदलापुर मामले के आरोपी की पुलिस कस्टडी को अदालत में 26 अगस्त तक बढा दिया है. वहीं अक्षय शिंदे नामक आरोपी का वकील पत्र लेते हुए उसकी ओर से पैरवी करने से कल्याण न्यायालय के सभी वकीलों ने इंकार कर दिया है. विशेष उल्लेखनीय है कि, आरोपी अक्षय शिंदे को अदालत में लाते समय पूरे अदालत परिसर में पुलिस का बेहद तगडा बंदोबस्त तैनात किया गया था. आरोपी अक्षय शिंदे पर संतप्त भीड द्वारा हमला किये जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने यह सतर्कता बरती थी.
* बदलापुर में आज भी तनावपूर्ण वातावरण
गत रोज बदलापुर में 3 व 4 वर्ष की आयु वाले बच्चियों के साथ स्कूल के ही सफाई कर्मचारी द्वारा यौन शोषण किये जाने का मामला उजागर होने के बाद बदलापुर शहर के हजारों नागरिकों ने ठिया आंदोलन करते हुए स्कूल में तोडफोड करने के साथ ही चक्काजाम व रेल रोको आंदोलन भी किया था. जिसके बाद पुलिस ने हलका बलप्रयोग करते हुए भीड को तितर बितर कर बलापुर में धारा 163 लागू कर दी थी. कल हुए आंदोलन के बाद यद्यपि आज बदलापुर में रेल सेवा को सुचारु कर दिया गया है. लेकिन इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है. साथ ही कल हुए आंदोलन को ध्यान में रखते हुए पूरे शहर में पुलिस का बेहद तगडा बंदोबस्त लगाया गया है.
* राजनीति से प्रेरित था बदलापुर का आंदोलन
– सीएम शिंदे ने विपक्ष पर लगाया आरोप
वहीं इस पूरे मामले को लेकर सीएम शिंदे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, बदलापुर का मामला निश्चित तौर पर बेहद दुर्भाग्यजनक है. लेकिन उस घटना की आड लेकर कल जिस तरह से आंदोलन किया गया, वह निश्चित तौर पर राजनीति से प्रेरित था और इस आंदोलन की वजह से करीब 8-9 घंटे रेल सेवा बंद थी. जिसके चलते लाखों यात्रियों को तकलीफों का सामना करना पडा. उन यात्रियों में छोटे बच्चों व बुजुर्गों के साथ ही महिलाएं भी थी. साथ ही राज्य सरकार के मंत्री द्वारा बदलापुर मामले में सभी मांगों को मान्य कर लिये जाने के बावजूद भीड मेंं शामिल लोग हटने के लिए तैयार नहीं थे. जिसका सीधा मतलब है कि, उन्हें सरकार की बदनामी करनी थी और वे छोटे-छोटे बच्चों की आड लेकर राजनीति कर रहे थे, जो अपने आप में बेहद शर्मनाक है. सीएम शिंदे के मुताबिक लाडली बहन योजना की सफलता को देखते हुए विपक्ष के पेट में दर्द उठना शुरु हो गया है. ऐसे में विपक्ष द्वारा अब इस तरह की घिनौनी राजनीति की जा रही है.