महावितरण को खरीदनी पडी 9900 मेगावाट
प्रदेश में बिजली की खपत का नया उच्चांक
* गर्मी के दिनों से भी अधिक डिमांड
नागपुर/ दि. 17- मानसून लौट जाने तथा चढते पारे के कारण महावितरण के उपभोक्ताओं ने बिजली की खपत बढा दी हैं. सोमवार को बिजली खपत के पुराने रिकार्ड टूट गये. खपत 25209 मेगावाट तक जा पहुंची. जिससे बिजली कंपनी को 9900 मेगावाट खरीदनी पडी. मुंबई छोडकर प्रदेश में सरकारी कंपनी महावितरण ही विद्युत सप्लाई करती है. पिछले कुछ दिनों से प्रदेश के 2.73 करोड उपभोक्ताओं की डिमांड 24 हजार मेगावाट से अधिक हो गई थी.
* ऐसे पूर्ण की गई डिमांड
महावितरण ने महानिर्मिति से 13 हजार मेगावाट बिजली अपेक्षित कर रखी है. उसमें 9 हजार मेगावाट ताप बिजली घरों से और 1950 मेगावाट कोयना जल विद्युत प्रकल्प से लेना जारी रखा है. कोयला प्रकल्प से सोमवार को 5611 तथा ताप बिजली घरों से 5554 मेगावाट बिजली ली. निजी उत्पादको से 6088 और उर्जा के नये पर्याय पवन तथा सौर से 1655 मेगावाट बिजली ली गई. 9997 मेगावाट बिजली बाहर से खरीदी करनी पडी.
* अक्तूबर में सर्वाधिक
देखा जाए तो अक्तूबर माह में 3300 से 3500 मेगावाट बिजली की डिमांड बढकर 3600 मेगावाट रहती है. सोमवार को यह आंकडा 3895 मेगावॉट तक बढ गया था. इसलिए सभी निर्मिति केंद्रों से पूर्ण क्षमता से उत्पादन किया गया. फिर भी 1991 मेगावाट बाहर से खरीदनी पडी.