महायुति का राकांपा सांसद अमर काले को जोरदार झटका
कारंजा बाजार समिति को बर्खास्त कर प्रशासक की नियुक्ति
वर्धा/दि.7 – किसी भी राजनीतिक दल द्वारा सत्ता में आ जाने के बाद अपने विरोधियों को घेरने का प्रयास करना राजनीति में नया नहीं है. लोकसभा चुनाव में विजयी होने के बाद 4 माह के भीतर ही ‘नॉट रिचेबल’ का ठप्पा लगने वाले राकांपा सांसद अमर काले के कब्जे वाली संस्था पर अब नई सरकार की वक्रदृष्टि पड गई है. जिसके चलते सांसद अमर काले गुट का वर्चस्व रहने वाली कारंजा बाजार उपसमिति को बर्खास्त कर वहां पर जिला उपनिबंधक को प्रशासक के तौर पर नियुक्त किया गया है.
बता दें कि, आष्टी बाजार समिति की उपशाखा के तौर पर कारंजा बाजार समिति अस्तित्व में आयी थी. वहीं तत्कालीन विधायक दादाराव केचे ने दोनों बाजार समितियों को स्वतंत्र रखे जाने की मांग लंबे समय तक उठा रखी थी. जिसे अब कही जाकर सफलता मिली है. कारंजा उपबाजार समिति में सांसद काले गुट के सभापति सहित 14 तथा भाजपा के 3 संचालक थे. इस संचालक मंडल को बर्खास्त कर वहां पर प्रशासक की नियुक्ति हो गई है और अब जल्द ही कारंजा व आष्टी की बाजार समितियां स्वतंत्र तौर पर काम करना शुरु करेगी.
उल्लेखनीय है कि, 15 दिन पहले ही सांसद अमर काले की पत्नी मयूरी काले को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पडा. वहीं अब काले गुट के हाथ से कारंजा बाजार समिति की सत्ता भी चली गई है. जिसे सांसद अमर काले हेतु महायुति की ओर से दूसरा झटका माना जा रहा है.