जालना /दि. 4- विधानसभा चुनाव में मराठा आरक्षण का विषय प्रमुख मुद्दा रहने की संभावना के बीच मनोज जरांगे ने आज सबेरे 7 बजे चुनाव से पीछे हटने की घोषणा कर अनेक को चोका दिया. जरांगे ने मीडिया से बडे सबेरे बातचीत में कहा कि मित्रदलों की सूची नहीं मिली. इसलिए केवल एक जाति पर चुनाव लडना और जीतना संभव नहीं है. उन्होंने समाज बंधुओं से अपने नामांकन पत्र पीछे ले लेेने की भी अपील की. उम्मीदवार नहीं देना है. जरांगे ने कहा कि जिसे हराना है उसे हराएं. जिसे जिताना है उसे विजयी करें.
जरांगे ने अचानक चुनाव से दूर रहने की घोषणा कर दी. जिसके बाद राज्य में नाना प्रकार की अटकलें शुरू हो गई है. आज ही नामांकन पीछे लेने की मियाद पूर्ण हो रही है. शाम तक प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र की अंतिम उम्मीदवार सूची घोषित होगी. निर्दलीयों को चुनाव चिन्ह भी वितरित होना है. जरांगे ने कुछ दिन पहले 3 नवंबर को उम्मीदवारों के नामों की घोषणा का दावा किया था. कल रविवार को उन्होंने लगभग 25 निर्वाचन क्षेत्रों की घोषणा भी कर दी थी. जहां मुस्लिम, मराठा और दलित ऐसे तीन सूत्र को लेकर उन्होंने चर्चा की थी.
इस बीच शिवसेना उबाठा नेता संजय राउत की जरांगे की घोषणा पर प्रतिक्रिया मिली है. राउत ने कहा कि मनोज जरांगे के सातत्य से जो संघर्ष शुरू है. वह समाज के विकास और उध्दार के लिए है. हमें मानना पडेगा कि मनोज जरांगे ने अपनी जान दांव पर लगा दी थी. उनकी लडाई राजनीतिक नहीं तो सामाजिक थी.