मराठा समाज ने लागू की विवाह आचार संहिता
दहेज, प्री-वेडींग शूट का विरोध

* ऋण लेकर विवाह नहीं करें
* वैष्णवी हगवणे प्रकरण पश्चात फैसलें
अहिल्यानगर/दि.2 – एक के बाद एक उजागर हो रही दहेज हत्या की घटनाओं से आहत होकर अनेक समाज सोचने पर विवश हुए हैं. ऐसे ही पुणे की वैष्णवी हगवणे की आत्महत्या ने समाजमन को हिलाकर रख दिया है. ऐसे में यहां हुई मराठा समाज की बैठक में साधक-बाधक चर्चा कर अनेक प्रगतीशील व स्वागतयोग्य निर्णय किये जाने की जानकारी मिल रही है. मराठा समाज ने विवाह की आचार संहिता बनाई है. जिसे शीघ्र लागू करने की भी संभावना बताते हुए कहा गया कि, दहेज को सीमा पार करने के लिए यह फैसलें किये गये है.
* दहेज और मानपान टालें
समाज की बैठक में विचार किया गया. इसके बाद तडक-भडक से दूर रहते हुए सिम्पल तरीके से विवाह समारोह आयोजित करने पर बल दिया गया. आचार संहिता जारी करते हुए सादे अंदाज में विवाह करने, दहेज और मानपान से दूर रहने के साथ ही संपूर्ण विधि को सुसंस्कृत करने प्री-वेडिंग शूट व अनावश्यक खर्च न करने के नियम आचार संहिता में रखे गये है.
* पालन करने वालों का सम्मान
मराठा समाज आचार संहिता को अपने घर में क्रियान्वित करने वाले परिवारों का सत्कार भी आयोजित करेगी. इसके लिए 11 सदस्यों की समिति गठित की गई है. यह समिति आचार संहिता के लिए जिम्मेदार रहने के साथ पालकों का अभिनंदन करने वाली है.
* विवाह समारोह की आचार संहिता
– विवाह समारोह 200 लोगों तक सीमित रखें.
– प्री-वेडिंग शूट बंद करें. करने पर विवाह समारोह में न दिखायें.
– किसी भी परिस्थिति में विवाह विधी समय पर करें.
– डीजे की बजाय पारंपारिक वाद्य और लोककलाकारों को अवसर दें.
– वर के सामने शराब पीकर युवक-युवती का नाच-गाना बंद करें.
– माल्यार्पण के समय वर या वधू को न उठायें.
– विवाह में दहेज न लें, न दें. पिता की बहुत इच्छा है, तो बेटी के नाम एफडी कर दें.
– विवाह, सगाई, हल्दी एक ही दिन करें.
– केवल वर और वधू पिता ही फेटे पहनें.
– पैसों के लिए बहू की प्रताडना न करें.
– विवाह पश्चात वधू की मां गृहस्थी में दखलअंदाजी न करें.
– मोबाइल फोन का इस्तेमाल आवश्यकता तक सीमित करें.
– समाज के नवउद्यमियों को प्रोत्साहन देने यथाशक्ति आर्थिक सहयोग करें. केवल शुभकामनाएं न दें.
– भोजन में पांच से अधिक पदार्थ न बनायें.
– विवाह में प्रमुख व्यक्ति के हाथों सोने के गहनें, वाहनों की चाबियां, वस्तु न दें. दिखावा बिल्कुल न करें.