राज्य में चार दिनों से मानसून का कहर
अब विदर्भ और मराठवाडा तक पहुंचा मानसून

* अब तक राज्य में 21 की मौत, 21 घायल
* राहत व बचाव का काम युद्धस्तर पर
* कई नदी-नाले उफान पर, आम जनजीवन अस्तव्यस्त
मुंबई /दि.28- इस राज्य के विभिन्न हिस्सों में मानसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और कई इलाको में झमाझम पानी बरस रहा है. इसके चलते सभी नदी-नाले अब उफान पर है और आम जनजीवन बुरी तरह से अस्तव्यस्त हो चुका है. साथ ही राज्य में विगत 24 मई से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 12 लोग घायल हुए है. इसके अलावा बडे पैमाने पर पशुधन हानी एवं वित्त हानी भी हुई है. वहीं अब मानसून ने कोंकण के तटीय क्षेत्रों एवं मुंबई से आगे बढते हुए विदर्भ सहित मराठवाडा की ओर आगे बढना शुरु किया है और विदर्भ एवं मराठवाडा के कई इलाकों में भी मानसूनी बारिश हो रही है.
बता दें कि, मानसून सोमवार को मुंबई, पुणे व सोलापुर जिलों में दाखिल हुआ. जिसके चलते मुंबई सहित कोंकण व मध्य महाराष्ट्र में बडे पैमाने पर बारिश हुई. वहीं आज बुधवार को मानसून के अन्य इलाकों में सक्रिय होने की संभावना मौसम विभाग द्वारा जताई गई थी. जो पूरी तरह से सही साबित हुई और मंगलवार की रात से ही विदर्भ एवं मराठवाडा क्षेत्र के कई इलाकों में जोरदार मानसूनी बारिश का दौर शुरु हुआ. वहीं अब मौसम विभाग द्वारा अनुमान जताया गया है कि, ओडिसा के तटीय प्रदेश में कम दबाव वाला क्षेत्र तैयार होने के चलते कोंकण के अलावा राज्य के अन्य हिस्सो में 30 से 31 मई के आसपास मूसलाधार बारिश का जोर थोडा कम होगा. साथ ही 31 मई तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश को लेकर ऑरेंज व यलो अलर्ट जारी किया गया है.
वहीं इससे पहले सोमवार व मंगलवार को हुई मूसलाधार बारिश के चलते राज्य के कई इलाको में आम जनजीवन पूरी तरह से अस्तव्यस्त हो गया है और वर्षाजनित हादसों के चलते जीवित एवं वित्तहानी भी बडे पैमाने पर हुई है. साथ ही लगातार हो रही बारिश की वजह से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. वहीं अब अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान में कुछ हद तक उछाल आने की संभावना जताई गई है.