* मनसे से हो सकता है बीजेपी का तालमेल
मुंबई/ दि. 7- मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने स्थानीय निकाय चुनाव का इंतजार कर रहे लोगों- कार्यकर्ताओं को अच्छे संकेत दिए हैं. सीएम बनने के बाद पहले साक्षात्कार में फडणवीस ने कहा कि स्थानीय निकाय के चुनाव नहीं होना अच्छी बात नहीं है. उनकी सरकार शीघ्र इस बारे में कदम उठाकर निकाय चुनाव करवायेगी. सर्वोच्च न्यायालय में इस विषय में सुनवाई चल रही है. उन्होंने वकीलों से बात की है. शीघ्र सुनवाई और उस पर निर्णय का प्रयास रहेगा. कोर्ट ने इजाजत दी तो सरकार तुरंत स्थानीय निकाय अर्थात महापालिका, जिला परिषद, पालिका, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत आदि के चुनाव करवायेगी.
फडणवीस ने दूरदर्शन के सह्याद्री चैनल से साक्षात्कार में कहा कि ईवीएम पर दोष देना मुर्खतापूर्ण है. ईवीएम पर बोलने की बजाय आत्मचिंतन किया जाना चाहिए. झारखंड और महाराष्ट्र में साथ- साथ चुनाव हुए. झारखंड में विपक्ष विजयी हुआ. वहां ईवीएम ठीक थी. महाराष्ट्र में विपक्ष ने मुंह की खाई तो यहां ईवीएम ठीक नहीं. अमित देशमुख जीते तो ईवीएम अच्छी. धीरज देशमुख हारे तो ईवीएम खराब. ईवीएम पर दोषारोप की बजाय राहुल गांधी को आत्मचिंतन करना चाहिए. फडणवीस ने बडे ही कठोर अंदाज में ईवीएम को लेकर आलोचना कर रहे विपक्ष को जवाब दिया.
प्रश्न के उत्तर में फडणवीस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राज ठाकरे ने महायुति का समर्थन किया था. जिसका फायदा हम दोनों को हुआ. विधानसभा में राज ठाकरे ने अलग भूमिका अपनाई. उन्होंने चुनाव लडा. विधानसभा चुनाव में हमारे पास तीन बडे दल होने से उन्हें देने के लिए स्थान नहीं थे. राज ठाकरे अलग से लडे. उन्होंने चुनाव में काफी वोट प्राप्त किए.
मिलते हैं राज से विचार
फडणवीस ने प्रश्न के उत्तर में कहा कि मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और हमारे विचार मिलते र्हैं. उन्हें हमारे साथ रखने में हमारी निश्चित ही बडी रूचि हैं. इसलिए आगामी महापालिका चुनाव में जहां संभव होगा. राज ठाकरे से गठजोड किया जायेगा.
* ट्रोल से मिली लडने की शक्ति
मुख्यमंत्री फडणवीस ने उन्हें ट्रोल करनेवालों को भी उत्तर दिया. सीएम फडणवीस ने कहा कि वे ट्रोलर का आभार व्यक्त करते हैं. जिन्होंने सदैव उन्हें निशाना बनाया. जिससे महाराष्ट्र के लोगों में फडणवीस के प्रति सहानुभूति पनपी. ट्रोलर उनसे असभ्य भाषा में बात करते थे. जिसका उत्तर महाराष्ट्र की जनता ने बराबर दे दिया. सीएम ने कहा कि ट्रोल किए जाने से ही उन्हें संघर्ष की शक्ति मिली.