नागपुर का दंगा सुनियोजित, पुलिस पर हमले बर्दाश्त नहीं-फडणवीस
34 पुलिस कर्मी जख्मी, 50 गिरफ्तार

* कोतवाली से लेकर कपिल नगर तक 11 थानों में कर्फ्यु
* डीसीएम शिंदे ने औरंगजेब को बताया प्रदेश का कलंक
नागपुर/मुंबई/दि.18-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कल शाम हुई हिंसा को सुनियोजित बताया. उन्होंने कहा कि, लोगों ने घर में पत्थर इकठ्ठा कर रखे थे. बडी मात्रा में शस्त्र भी जब्त किए गए हैं. यह हिंसा प्लानिंग के साथ की गई है. इसमें कुछ लोगों का सुनियोजित पैटर्न नजर आने की बडी बात फडणवीस ने विधान सभा में कही. उन्होंने अत्यंत कडे स्वर में कहा कि, पुलिस पर वार बिल्कुल सहन किया जाएगा. दंगाइयों पर कडी कार्रवाई की जाएगी. इस बीच नागपुर के 11 थाना क्षेत्र में अनिश्चिकालीन कर्फ्यु लगा दिया गया है. सदन को बताया गया कि, कल शाम की हिंसा में अधिकारियों सहित 34 पुलिस कर्मी जख्मी हुए है. 4 नागरिकों को भी गंभीर चोटें आई है. 45 वाहनों को तोडाफोडा गया. आगजनी भी की गई. उधर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी कडे शब्दों में कहा कि, औरंगजेब का उदात्तीकरण सहन नहीं किया जाएगा. औरंगजेब महाराष्ट्र को लगा कलंक है.
* गणेश पेठ थाने में तीन मामले
मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि, महल क्षेत्र में शाम को युवाओं के दो गुटों में झगडा हुआ. यह मामला बढ गया. वातावरण तंग हो गया. असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर धावा बोला, पत्थर बरसाए. पथराव में 15 पुलिस वाले जख्मी हो गए. ऐसे में भीड को भगाने पुलिस ने लाठीचार्ज किया. धरपकड करते हुए कई लोगों को डिटेन किया है. सीएम ने बताया कि, 11 थाना क्षेत्र में संचारबंदी की गई है. गणेश पेठ थाने में घटना को लेकर तीन मामले दर्ज किए गए है. तहसील थाने में भी दो केस दर्ज हुए है.
* इन थाना क्षेत्रा में कर्फ्यु
तहसील, कोतवाली, गणेश पेठ, पाचपावली, लकडगंज, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाडा, यशोधरा नगर, कपिल नगर क्षेत्र में संचारबंदी लगाई गई है. एसआरपीएफ की पांच टुकडियां तैनात की गई है. घटना में 1 क्रेन, 2 जेसीबी, और कुछ फोरविलर जलाए गए है. पुलिस ने दावा किया है कि, 33 पुलिस कर्मी घायल हुए है. उसमें 3 उपायुक्त का समावेश है. एक उपायुक्त पर कुल्हाडी से हमला किया गया. मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि, हिंसा में पांच नागरिक जख्मी हुए है. तीन को उपचार पश्चात छुट्टी दे दी गई है, दो अभी भी अस्पताल में है. उनमें से एक का उपचार आईसीयू में चल रहा है.
* कानून हाथ में लेने की हिम्मत न करें
प्रदेश में गृह विभाग भी संभाल रहे मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि, किसी भी परिस्थिति में कानून को हाथ में लेने की हिम्मत न करें. पुलिस पर जिन्होंने हमला किया है, उन्हें कुछ भी हो गया तो नहीं छोडेंगे. पुलिस पर हमला कदापि सहन नहीं किया जाएगा. राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखना हम सभी का दायित्व है. सीएम ने कहा कि, पुलिस शांति प्रस्थापित कर रही थी, ऐसे में उन पर हमला करना गलत है.
* शिंदे भी खौले
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी नागपुर हिंसा पर अपना आक्रामक रुख जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि, औरंगजेब मुद्दे की शुरुआत अबू आजमी ने की थी. आजमी को विशिष्ट समाज के विशिष्ट वोट एकत्र करना है, जबकि, समाज में दरार न होने पाए इस बात की सावधानी रखनी होती है. इसलिए सदन ने आजमी को निलंबित किया है. शिंदे ने कहा कि, समाज के दुश्मनों द्वारा पुलिस पर किया गया कायराना हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उपमुख्यमंत्री ने हिंसा को दुर्भाग्यजनक बताया. यह भी कहा कि, समाज विरोधी तत्व को ढुंढ निकालेंगे और उन पर कडा एक्शन लिया जाएगा. शिंदे ने मुख्यमंत्री की बात से सहमत होते हुए कहा कि, यह हिंसा पूर्व नियोजित षडयंत्र का हिस्सा थी. जिस क्षेत्र में रोज डेढसौ दुपहिया खडी रहती है, कल वहां एक भी गाडी पार्क नहीं की गई थी.
* बाल-बाल बची बालिका
उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि, अन्य दुपहिया और फोरविलर्स जला दिए गए. बडे प्रमाण में पत्थरबाजी की गई. अस्पताल को लक्ष्य किया गया. अस्पताल के देवी-देवता के फोटो जलाए गए. पांच वर्ष की बालिका इस हमले में बाल-बाल बचने का दावा उन्होंने किया. यह भी बताया कि, दमकल की गाडी दंगाइयों ने जला दी. पुलिस पर भी हमला किया गया.
* बावनकुले ने ली बैठक
इस बीच नागपुर से समाचार है कि, पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने पुलिस, जिलाधिकारी और प्रशासनिक मशनरी के साथ सुबह ही बैठक ली. हालात की समीक्षा की. उचित निर्देश उन्होंने दिए. बैठक पश्चात मीडिया से बात करते हुए बावनकुले ने सोशल मीडिया पर कडा वॉच रहने का ऐलान किया. उन्होंने अफवाहें न फैलाने और अफवाहों पर बिल्कुल भरोसा न करेन का आह्वान भी किया. बावनकुले ने कहा कि, कुछ समाज विरोधी तत्व नागपुर को कलंकित कर रहे है. उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर एक्शन लेने कहा.
एक बडे षडयंत्र का भाग
वंचित बहुजन आघाडी के सर्वेसर्वा प्रकाश आंबेडकर ने नागपुर की हिंसा को एक बडे षडयंत्र का हिस्सा बताया. उन्होंने कहा कि, राज्य में एक मंत्री महोदय रोज जहरीले बयान देकर समाज में घृणा फैला रहे है. आंबेडकर ने कहा कि, इस घटना के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है. हालांकि उन्होंने नीतेश राणे का नाम नहीं लिया. तथापि नागपुर की हिंसा पर कडा रोष व्यक्त किया. उन्होंने नागपुर सहित राज्य की जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने का आह्वान भी किया.
मुख्यमंत्री ने किया छावा का उल्लेख
गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री फडणवीस ने प्रदेश के अनेक थिएटर्स में चल रही छावा फिल्म का उल्लेख कर कहा कि, लोगों की भावनाएं पहले ही तीव्र हो रखी है. फिल्म के कारण छत्रपति संभाजी महाराज का सही इतिहास जनता के सामने आया है. औरंगजेब के बारे में लोगों का गुस्सा बडे प्रमाण में बाहर निकल रहा है. सीएम ने सदन में कहा कि, बगैर किसी की जात, धर्म देखते हुए इस मामले में दोषियों पर कडी कार्रवाई होगी. पुलिस पर हमला करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा.
फडणवीस जिम्मेदार-मनोज जरांगे
मराठा आरक्षण आंदोलक मनोज जरांगे ने नागपुर में हुई हिंसा के लिए मुख्यमंत्री देवेेंद्र फडणवीस को जिम्मेदार बताया है. मीडिया से बात करते हुए मनोज जरांगे ने छत्रपति संभाजीनगर में कहा कि, चुनाव आए की पुराने विवाद उकेरे जाते है. इसलिए समाज को सावधान रहने का आह्वान भी मनोज जरांगे ने किया. जरांगे ने कहा कि, सरकार के लोग कब्र हटाने की मांग कर रहे है. मनोज जरांगे ने आवाहन किया कि, मुस्लिम समाज को भी इस कब्र पर प्रेम नहीं करना चाहिए. तेलंगाना में 42 प्रतिशत आरक्षण ओबीसी को दिया गया है. महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार ऐसा नहीं करेगी.