नाशिक को लेकर महायुति में फंसा पेंच
शिवसेना व राकांपा की ओर से किया जा रहा दावा
नाशिक /दि.26 – नासिक संसदीय सीट को लेकर इस समय राज्य की सत्ताधारी महायुति में जबर्दस्त पेंच फंसा दिखाई दे रहा है. क्योंकि महायुति में शामिल भाजपा, शिंदे गुट वाली शिवसेना व अजीत पवार गुट वाली राकांपा ऐसे तीनों दलों द्वारा नाशिक संसदीय सीट पर अपना दावा जताया जा रहा है. विशेष तौर पर भाजपा द्वारा अजीत पवार गुट वाली राकांपा के छगन भुजबल के बीच नाशिक संसदीय सीट को लेकर अच्छी खासी प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है. उल्लेखनीय है कि, इससे पहले सातारा संसदीय सीट राकांपा के पास थी और राकांपा द्वारा मांग की गई थी कि, राकांपा की ओर से सातारा की सीट छोडे जाने पर राकांपा को नाशिक की सीट दी जानी चाहिए. ऐसे में अब सातारा से भाजपा द्वारा उदयनराजे को प्रत्याशी घोषित किये जाते ही शिंदे गुट वाली शिवसेना व अजीत पवार गुट वाली राकांपा में इस बात को लेकर उत्सुकता देखी जा रही है कि, नाशिक की सीट किसके लिए छूटने वाली है.
इसी संदर्भ में राकांपा नेता छगन भुजबल ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि, महायुति के तहत शिंदे गुट वाली शिवसेना को जीतनी सीटें दी जाएगी, उतनी ही सीटें रकांपा को भी दिये जाने की मांग की गई है. साथ ही अगर नाशिक संसदीय सीट राकांपा के हिस्से में आती है, तो नाशिक से बेहद सक्षम प्रत्याशी दिया जाएगा. इस समय खुद को प्रत्याशी पद की दौड से बाहर बताते हुए छगन भुजबल ने कहा कि, उन्होंने यह आग्रह भी नहीं किया है कि, भुजबल परिवार के किसी सदस्य को टिकट मिले, बल्कि पार्टी एवं गठबंधन के नेताओं द्वारा जिसे टिकट दिया जाएगा, उसकी जीत के लिए हर संभव प्रयास किये जाएंगे.