शरद पवार के खुद ईडी के पास जाने के पीछे था नवाब मलिक का दिमाग
चुनावी धामधूम के बीच अजीत पवार ने किया रहस्योद्घाटन
मुंबई/दि.12 – पिछले विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार खुद ही प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी कार्यालय चले गये थे और वह घटना राज्य सहित देश में काफी चर्चित भी हुई थी. जिसे लेकर रहस्योद्घाटन करते हुए राकांपा नेता व डेप्यूटी सीएम अजीत पवार ने बताया कि, वैसा करने से पहले पार्टी के तत्कालीन मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक का दिमाग था, जो बेहद होशियार व चालाक व्यक्ति है.
उस घटना को लेकर किस्सा सुनाते हुए डेप्यूटी सीएम अजीत पवार ने कहा कि, 5 वर्ष पहले महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक में हुए कथित घोटाला मामले को लेकर साहेब यानि शरद पवार को ईडी कार्यालय की ओर से एक नोटीस जारी हुई थी. उस समय वे राकांपा के अपने सहयोगी नेताओं के साथ चव्हाण प्रतिष्ठान में बैठकर बातचीत करते हुए विधानसभा चुनाव के प्रचार दौरो का नियोजन कर रहे थे. यद्यपि उस समय तक कोई समंस नहीं मिला था. लेकिन फिर भी यह सोचा गया कि, यदि प्रचार दौरे शुरु होने के बाद बीच में ही जांच व पूछताछ के लिए बुलाया गया, तो पूरा नियोजन गडबडा जाएगा. ऐसे मेें नवाब मलिक ने ही सलाह दी कि, हम ऐसा करते है, हम ही ईडी वालों को डेेट देते है और उस दिन हम खुद ही वहां पहुंच जाएंगे तथा उन्हें बताएंगे कि, आपने हमें नोटीस भेजी है. आज हमारे पास समय है. जो पूछताछ करनी है कर लो, फिर हमारा प्रचार दौरा शुरु हो जाएगा, तब हम आ नहीं सकेंगे. नवाब मलिक की इस सलाह को सभी ने पसंद किया था. जिसके बाद समंस नहीं रहने के बावजूद 27 सितंबर 2014 को शरद पवार ईडी कार्यालय जाने हेतु निकले थे, जिसका भरपूर फायदा उस चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को हुआ था.