इंदौर /दि. 4- लोकसभा चुनाव की मतगणना शुरु होने के साथ देश की नजरे सबसे स्वच्छ शहर कहलाते इंदौर पर टिकी थी. मतगणना शुरु रहते दोपहर तक नोटा ने 90 हजार से अधिक वोट लेकर अब तक के देश के कीर्तिमान को भंग किया था. इससे पहले सर्वाधिक नोटा का रिकॉर्ड बिहार के गोपालगंज के नाम था. 2019 के चुनाव में उस समय गोपालगंज के लोगों ने नोटा के बटन खूब दबाए थे. 51660 वोट उस समय नोटा को मिले थे. इंदौर में यह कीर्तिमान टूट गया. बता दे कि, चुनाव आयोग ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद सितंबर 2013 में एनओटीए यह पर्याय भी इवीएम पर जोडा. जिसका अर्थ होता है, इनमें से कोई भी नहीं. कई निकाय चुनाओ में नोटा ने गजब ढाया है. समाचार लिखे जाने तक भाजपा के शंकर लालवानी 524320 वोटो के साथ बसपा के संजय सोलंकी से 360546 वोटो से आगे चल रहे थे. यहां कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांती बम ने 29 अप्रैल को नामांकन पीछे ले लिया था.