कुख्यात गैंगस्टर रिंदा है संजय बियाणी हत्याकांड का मास्टरमाइंड
पांच करोड रूपयों की मांगी थी फिरौती, पैसा नहीं देने पर ले ली बिल्डर की जान
* हिरासत में लिये गये 6 आरोपियों से की गई पूछताछ में हुआ खुलासा
* संजय बियाणी को दिन दहाड़े दो हत्यारों ने मारी थी गोली
* बियाणी के घर के सामने ही हुई थी वारदात
* पूरी वारदात हुई थी सीसीटीवी कैमरे में कैद
* मास्टरमाइंड रिंदा के कुछ आतंकी संगठनों से भी जुड रहे है तार
नांदेड/दि.2– विगत 5 अप्रैल को नांदेड शहर के ख्यातनाम भवन निर्माण व्यवसायी संजय बियाणी की दो अज्ञात हमलावरों ने उनके ही घर के सामने अंधाधूंद फायरिंग करते हुए हत्या कर दी थी. जिसे लेकर की गई जांच-पडताल में पता चला है कि, मूलत: पंजाब से वास्ता रखनेवाले कुख्यात गैंगस्टर रिंदा इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड है. जिसने संजय बियाणी से पांच करोड रूपये का हफ्ता मांगा था. और बियाणी द्वारा यह रकम देने से मना कर दिये जाने पर रिंदा ने अपने साथियों की मदद से संजय बियाणी की हत्या का प्लान बनाने के साथ ही इस योजना को अमलीजामा पहनाया. ऐसे में अब पुलिस द्वारा रिंदा नामक इस कुख्यात आरोपी की तलाश की जा रही है.
इस मामले में जानकारी देते हुए नांदेड़ के एसपी निसार तंबोली ने बताया कि करीब 55 दिनों की जांच के बाद पुलिस ने इस मामले में अभी तक 6 लोगों को अरेस्ट किया चुका है, जिनसे की गई पूछताछ में पता चला है कि, इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड रिंदा ही है. ऐसे में रिंदा के खिलाफ आईपीसी की धारा 120 (इ) में केस दर्ज किया है. साथ ही इस मामले में अब भी कुछ अन्य आरोपियों की तलाश जारी है.
एसपी निसार ने आगे बताया कि एक्सटॉर्शन और पैसे के लेन-देन को लेकर संजय बियानी की हत्या की गई थी. साल 2019 में आतंकी रिंदा ने अपने गुर्गों के जरिए बिल्डर संजय बियानी से 5 करोड़ रुपए के एक्सटॉर्शन मांगा था, लेकिन बियानी ने पैसे देने से इनकार कर दिया और पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. इसी बात से नाराज होकर रिंदा ने बियानी की हत्या को अपने गुर्गों के सहारे अंजाम दिया.
* पंजाब में रिंदा पर दर्ज हैं कई मामले
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक रिंदा पंजाब के तरंतरन जिले का रहने वाला है. 11 साल की उम्र में रिंडा अपने परिवार के साथ महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब में शिफ्ट हो गया. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, रिंदा ने 18 साल की उम्र में पारिवारिक विवाद के चलते तरनतारन में अपने एक रिश्तेदार की हत्या कर दी थी. उसके खिलाफ वजीराबाद और विमंतल पुलिस थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम आदि के तहत दो प्राथमिकी दर्ज की गई थी. 2016 में दो मामले दर्ज किए गए थे और दोनों में रिंदा को भगोड़ा घोषित किया गया था. चंडीगढ़ पुलिस द्वारा हरविंदर सिंह रिंदा पर हत्या, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत चार मामले दर्ज हैं. रिंदा ने सेक्टर 11 के थाना प्रभारी को जान से मारने की धमकी दी थी. जबकि वह पंजाब विश्वविद्यालय का छात्र था और वो छात्र राजनीति में सक्रिय भागीदार था. पता यह भी चला है कि, रिंदा के कुछ आतंकी संगठनों से भी संबंध है. जानकारी के मुताबिक 2016 में रिंदा के भाई की नांदेड़ में हत्या हो गई थी. अपने भाई के खून का बदला लेने के लिए उसने दो लोगों की हत्या करवाई थी. 2016 से 2019 के बीच रिंदा ने अपने गुर्गों के जरिए कई लोगों से करोड़ों की एक्सटॉर्शन की वसूली करवाई थी.