अब ब्रिटीश पध्दति से नहीं, पारंपारिक मराठी पध्दति से होंगे दीक्षांत समारोह
उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत की घोषणा
नागपुर/दि.24– देश को ब्रिटीश दासता से आजादी मिले 75 वर्ष का समय बीत चुका है. लेकिन अंग्रेजों के चले जाने के बाद भी हम उनकी कई परंपराओं का निर्वहन कर रहे है. जिसके तहत हमारे विद्यापीठों में आज भी ब्रिटीश पध्दति से दीक्षांत समारोहों का आयोेजन होता है, जो इतने उबाउ होते है कि, कई लोगों को दीक्षांत समारोह में नींद आती है. ऐसे में दीक्षांत समारोह का समय कम किया जाना चाहिए और इन्हें पारंपारिक मराठी पध्दति से एमबीए की तरह उत्साहपूर्ण कार्यक्रम बनाया जाना चाहिए. इस आशय का प्रतिपादन राज्य के उच्च व तंत्र शिक्षा मंत्री उदय सामंत द्वारा किया गया.
नागपुर के सरकारी तंत्रनिकेतन के पदवीदान समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए मंत्री उदय सामंत ने कहा कि, दीक्षांत समारोह पूरी तरह से विद्यार्थियों का कार्यक्रम होना चाहिए और दीक्षांत रैली भी विद्यार्थियों द्वारा निकाली जानी चाहिए. इसके अलावा ऐसे कार्यक्रमों में युवा विद्यार्थियोें के कलात्मक कार्यक्रमों का भी समावेश होना चाहिए और ब्रिटीश पध्दति से चले आ रहे आयोेजनों को अगले वर्ष से पारंपारिक मराठी पध्दति से आयोजीत किया जाना चाहिए, ताकि ऐसे आयोजनों को विद्यार्थियों के लिए दीपस्तंभ बनाया जा सके. इस हेतु विद्यार्थियों की अभिरूची को ध्यान में रखते पार्टी विरहित लोग दीक्षांत समारोह के व्यासपीठ पर मंचासीन होने चाहिए और ऐसे आयोजनोें से राजनीतिक लोगों को पूरी तरह से दूर रखा जाना चाहिए.