* राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ शुरू हुई तकरार
* दोनों पक्ष एक ही मंदिर में प्रार्थना के लिए जुटे
नागपुर/दि.28– करीब 36 दिनों के बाद अपनी घर वापिस लौटने हेतु निकले राणा दम्पति का आज दोपहर नागपुर विमानतल पर आगमन हुआ. इससे पहले उनका स्वागत करने हेतु युवा स्वाभिमान पार्टी के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी नागपुर विमानतल परिसर में पहुंच गये थे और नागपुर में राणा दम्पति के स्वागत हेतु जगह-जगह पर बैनर व पोस्टर लगाये गये थे. जिन्हें नागपुर मनपा द्वारा जप्त कर लिया गया. वहीं दूसरी ओर नागपुर में अब युवा स्वाभिमान पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस के बीच तनाव व टकराव पैदा होने की स्थिति देखी जा रही है.
उल्लेखनीय है कि, नागपुर आगमन के बाद रामनगर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में राणा दम्पति द्वारा अपने समर्थकों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने घोषणा की गई है. वहीं दूसरी ओर राष्ट्रवादी कांग्रेस ने भी महंगाई व बेरोजगारी जैसे मसलों को लेेकर इसी मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करने की भूमिका अपनायी है. ऐसे में मंदिर परिसर में हालात काफी तनावपूर्ण हो गये. जहां पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस का कडा बंदोबस्त तैनात किया गया. हालांकि इस मंदिर में नित्य नियम से आनेवाले सभी भाविक श्रध्दालुओं ने खुद को इस राजनीतिक उठापटक से दूर रखा है. कई श्रध्दालुओं का कहना रहा कि, हनुमानजी के दर्शन करने के लिए कोई भी आये, इसका कोई विरोध नहीं है, लेकिन मंदिर परिसर को राजनीतिक व्यासपीठ नहीं बनाया जाना चाहिए. सबसे खास बात यह रही कि, रामनगर के विख्यात हनुमान मंदिर में कई राजनेता भी नित्य नियम से आते है और आज भी इस मंदिर में रामटेक के पूर्व भाजपा विधायक मल्लिकार्जून रेड्डी दर्शन के लिए आये थे, लेकिन उन्होंने खुद को इस विवाद से दूर रखते हुए चूपचाप हनुमान दर्शन किये और वे अपने काम से निकल गये.
* नागपुर पहुंचते ही राणा दम्पति ने राज्य सरकार को घेरा
आज सुबह दिल्ली से रवाना हुए सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा का अपरान्ह 1 बजे नागपुर विमानतल पर आगमन हुआ. जहां सबसे पहले पुलिस ने राणा दम्पति के साथ चर्चा की. जिसके उपरांत राणा समर्थकों ने सांसद नवनीत राणा व विधायक रवि राणा को गदा भेंट करते हुए उनका स्वागत किया. इस समय विधायक रवि राणा ने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को महाराष्ट्र के लिए विघ्न बताते हुए कहा कि, इस विघ्न के चलते पूरे महाराष्ट्र की जनता त्रस्त हो गई है. अत: इस संकट को दूर करने के लिए संकटमोचन हनुमानजी के समक्ष प्रार्थना करना बेहद जरूरी हो गया है. विधायक राणा के मुताबिक सीएम ठाकरे ने विगत ढाई वर्ष के दौरान एक बार भी विदर्भ क्षेत्र में कदम नहीं रखा और वे पूरा समय अपने घर पर ही रहे. जिसकी वजह से राज्य की जनता बुरी तरह से त्रस्त हो गई है. वहीं सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, हमने दिल्ली में रैली निकाली और हनुमान मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की. किंतु वहां हमें किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं हुई. लेकिन जहां महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पढने का नाम लेते ही राज्य सरकार द्वारा पुलिस बंदोबस्त लगाते हुए रामभक्तों व हनुमान भक्तों को जेल में डाला जा रहा है. लेकिन हम ऐसी दमनकारी नीतियों से डरने या घबरानेवाले नहीं है, बल्कि महाराष्ट्र को शनी की वक्रदृष्टि से बचाने हेतु अपनी हनुमान भक्ती को लगातार जारी रखेंगे.