एक दिन का नवजात नाली में फेंका मिला
मेलघाट के धारणी तहसील के मोगर्दा ग्राम की शर्मनाक घटना
* ग्रामवासियों की सतर्कता से बची नवजात की जान
* धारणी के उपजिला अस्पताल में उपचार जारी
अमरावती (धारणी)/दि.30 – अनैतिक संबंधो के चलते जन्मे नवजात को बदनामी के डर से कुडे-कचरे में अथवा वीरान स्थल पर फेंक देने अथवा लावारिस अवस्था में छोड देने की घटनाएं अनेक बार उजागर हुई है. ऐसा ही एक मामला आज मेलघाट के धारणी तहसील के मोगर्दा गांव में उजागर हुआ. एक दिन के नवजात बालक को गांव की ग्राम पंचायत की नाली में फेंक दिया गया. रोने की आवाज सुनाई देने पर ग्रामवासियों की सतर्कता से उसे जीवनदान मिला. इस नवजात को धारणी के उपजिला अस्पताल में भर्ती किया गया है. जहां उस पर उपचार जारी है.
जानकारी के मुताबिक धारणी से 25 किलोमीटर दूरी पर स्थित मोगर्दा गांव में 10 दिनों बाद बारिश रुकने और सूर्यदेवता के दर्शन होते ही यह सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया. एक दिन के नवजात बालक को गांव के नाली में किसी ने फेंक दिया. इस मासूम नवजात की रोने की आवाज सुनाई देने पर सुबह 6.30 बजे ग्रामवासी घटनास्थल पर जमा हो गए. घटना की जानकारी हवा की तरह गांव में फैलते ही ग्रामवासियों ने स्वास्थ सेविका स्वाती राठोड को घटना की जानकारी दी. पश्चात बिजूधावडी से एंबुलेंस बुलाई गई. चालक श्याम बरडे, डॉ. सचिन राठोड, एएनएम स्वाती राठोड व ग्रामवासियों की सहायता से इस मासूम को तत्काल धारणी के उपजिला अस्पताल में भर्ती किया गया. जहां वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. बाबुलाल जावरकर के नेतृत्व में डॉ. अश्विनी पवार व अन्य वैद्यकीय अधिकारी इस मासूम पर उपचार कर रहे है. इस मासूम को आईसीयू में रखा गया है. घटना की जानकारी मिलते ही धारणी पुलिस व क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल भी वहां पहुंच गए. उन्होंने डॉक्टरो से चर्चा कर मासूम बालक बाबत पूछताछ की. किसी ने अनैतिक संबंधो के चलते यह करतूत की रहने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है. पुलिस संबंधित महिला की जांच में जुट गई है. मोगर्दा ग्रामवासियों की सतर्कता से इस मासूम को जीवनदान मिला रहने की चर्चा जोरो पर है.
* सफेद वाहन में बाहर से किसी ने लाकर फेंका
छारणी के अमरावती मंडल के संवाददाता सूरज मालवीय ने बताया कि, मोगर्दा ग्रामवासियों के मुताबिक रात के अंधेरे में एक सफेद रंग का वाहन मोगर्दा गांव में पहुंचा था. उस वाहन में से किसी ने उतरकर नाली के पास कुछ फेंका रहने का नजारा दिखाई दिया था. सुबह बच्चे की आवाज सुनाई देने पर लोग वहां पहुंचे तब वहां मासूम रोता बिलगता दिखाई दिया. स्वास्थ सेविका स्वाती राठोड के माध्यम से इस नवजात को धारणी के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया. बच्चे का वजन दो किलो बताया जाता है और वह स्वस्थ है. उस पर फिलहाल उपचार जारी है.
* बच्चे को दो साल रखा जाएगा अमरावती के अनाथाश्रम
मोगर्दा गांव में एक दिन का मासूम बालक लावारिस अवस्था में नाली में बरामद हुआ है. उसे सकुशल धारणी के उपजिला अस्पताल में रखा गया है. दो-तीन उपचार के बाद उसे अमरावती अनाथाश्रम में दो साल तक रखा जाएगा. इस दौरान जांच भी जारी रहेगी. पश्चात बच्चे परवरिश बाबत आगे की प्रक्रिया की जाएगी.
– राजकुमार पटेल, विधायक, मेलघाट.