* राजस्थान और दक्षिणी क्षेत्र में कम उत्पादन के कारण आवक कम होगी
नाशिक/दि.15– नाशिक विभाग में खरीफ सत्र में प्याज का औसतन 43 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उत्पादन किया जाता है. लेकिन इस बार उत्पादन क्षेत्र वाले उत्तर महाराष्ट्र में औसतन से करीबन 11 प्रतिशत बारिश कम हुई है. परिणामस्वरुप नाशिक, धुले, जलगांव और नंदूरबार जिले में 5155 हेक्टेयर खरीफ प्याज का उत्पादन कम हुआ है. इस कारण नवंबर और दिसंबर माह में प्याज की किल्लत महसूस हो सकती है. ऐसे समय खुदरा बाजार में प्याज 40 से 50 रुपए प्रति किलो भाव से बिक्री होने की संभावना है.
महाराष्ट्र राज्य के मुताबिक राजस्थान, कर्नाटक, आंद्रप्रदेश में प्याज का उत्पादन होता है. अन्य राज्यों में भी बारिश कम रहने से वहां भी उत्पादन कम हुआ है. आंद्रप्रदेश और कर्नाटक में भी हर वर्ष की तुलना में 30 प्रतिशत उत्पादन कम है. इस कारण नवंबर से आनेवाले नए प्याज की आवक कम रहेगी और भाव में बढोतरी होने वाली है.
* अफगानिस्तान, इरान का प्याज किया जा सकता है आयात
पाकिस्तान का प्याज अभी 15 से 20 दिनों बाद बाजार में आ सकता है. भविष्य में केवल अफगानिस्तान और इरान का प्याज बाजार में रहनेवाला है. भारत में प्याज की किल्लत के कारण खुदरा बाजार में भाव बढे तो केंद्र सरकार व्दारा इन दोनोें देशों से प्याज आयात करने की पूरी संभावना रहेगी.
– विकास सिंग,
निर्यातकर्ता
* बांध के पानी के कारण थोडी राहत
बारिश न होने से प्याज के पौधे खराब हो गए. अहमदनगर जिले में अधिकांश इलाकों में प्याज का उत्पादन हुआ है. साथ ही बांध से छोडे गए पानी के कारण प्याज की फसल बचने की संभावना है. लेकिन इसका प्रमाण कम रहेगा.
– तुषार आंबरे,
शास्त्रज्ञ एनएचआरडीएफ, इंदौर
* दाम बढेंगे तब प्याज थोडा रहेगा
बारिश न रहने से सिंचित क्षेत्र में लाल प्याज का उत्पादन नहीं हुआ. इस कारण उत्पादन इस बार काफी कम रहनेवाला है. भाव बढेंगे तब किसानों के पास ज्यादा प्याज नहीं रहेगा. इस कारण उन्हें इसका लाभ नहीं मिलेगा.
– भरोसा अहिरे,
प्याज उत्पादक निंबायती
* प्याज उत्पादन में कमी (हेक्टेयर)
जिला औसतन क्षेत्र 2023 2022 इस वर्ष कमी
नाशिक 20584 1941 5386 3445
धुले 15520 66 1561 1495
नंदुरबार 5677 380 436 56
जलगांव 10598 2533 7688 5155