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राज्य में प्याज के भाव कम

खरीदी के लिए केरल के व्यापारी महाराष्ट्र में

औरंगाबाद / दि. 15– निर्यातबंदी और भरपूरमात्रा में प्याज के उत्पादन के कारण हाल ही में प्याज के भाव कम हो गये है. खरीदी के लिए केरल में कुछ व्यापारी राज्य में घूम रहे है. औरंगाबाद में प्याज का डेपो रहनेवाले गांव में जाकर केरल के व्यापारियों ने खरीदी के लिए बोलना शुरू किया था. किंतु उसके भी भाव मनपसंद न होने से किसानों ने प्याज बिक्री करने से इनकार किया.
औरंगाबाद के पास निपाणी, आडगांव ऐसे कुछ गांवों को प्याज के डेपो के रूप में पहचाना जाता है. गंगापुर, वैजापुर, तहसील में भी प्याज का बडा रोपित क्षेत्र है. कृषि विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार औरंगाबाद जिले में अनुमानित 15 हजार हेक्टर पर प्याज का रोपण होता है. अकेले पैठण तहसील में ही दो हजार से उपर हेक्टर पर प्याज का क्षेत्र है. उसकी अपेक्षा दुगने क्षेत्र में गंगापुर, वैजापुर तहसील है. निपाणी में रहनेवाले 50 ट्रक प्याज की खरीदी करने के लिए केरल के कुछ व्यापारी आकर गये. किंतु साधारण तौर पर 13 रूपये क्विंटल भाव देकर प्याज खरीदी करने की तैयारी दर्शायी थी. जो स्थानीय उत्पादक किसानों के पास अच्छी प्याज है. उन्होंने 1300 रूपये क्विवटल की दर से बिक्री करने से इनकार किया है. केरल के व्यापारियों कोे निर्यातक्षम प्याज की आवश्यकता थी. अच्छी प्याज को कम से कम 20 से 25 रूपये की दर मिलना अपेक्षित है, ऐसा आडगांव के किसान विश्वभर हाके ने बताया. हाके के पास साधारणत: 400 से अधिक क्विटल निर्यातक्षम प्याज पडा है. केरल के व्यापारियों ने हाके से संपर्क किया था.
जाधववाडी कृषि उत्पन्न बाजार समिती में बुधवार को प्याज की 2 हजार 100 क्विंटल से आवक हुई थी. उसे कम से कम 100 रूपये तथा अधिकतम 1 हजार 400 रूपये प्रतिक्विंटल का दर मिली थी. सर्वसाधारण दर साढे 700 रूपये क्विंटल मिली थी. जिन किसानों को पैसे की जरूरत है वे प्याज बाजार समिती में लाकर बिक्री करते है. तथा प्याज डेपो से कुछ किसान संग्रह की व्यवस्था करते है.
कृषि विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार इस बार प्याज डेपो के लिए 52 हजार 924 आवेदन आए थे. प्रतिवर्ष विगत चार वर्षो में औसतन डेढ हजार प्याज डेपो जिले में है. महाडीबीटी में से फिलहाल 690 डेपो को अनुदान दिया गया है.
* कम भाव के कारण उत्पादन अटका
औरंगाबाद के पास निपाणी गांव में साधारणत: 100 से अधिक एकड पर प्याज का रोपण किया जाता है. अकेले निपाणी में फिलहाल 50 ट्रक यानी साधारण 250 टन प्याज पडा हुआ है. केरल में व्यापारियों को दिया जानेवाला प्याज कम भाव में देने से इनकार किया है.
*प्याज बडे प्रमाण में किसानों के पास है. उत्पादित प्याज को अपेक्षित भाव न मिलने का किसानों का कहना है. जिसके कारण किसानों के प्याज डेपो से संग्रह कर रहे है.
विशाल सालवे,
मंडल कृषि अधिकारी
गांव में केरल के व्यापारी प्याज खरीदने के लिए आकर गये. किंतु अपेक्षित भाव न मिलने से व्यवहार न हो सका. गांव में फिलहाल 50 ट्रक प्याज पडी हुई हैे.

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