पवार परिवार के लोग चोरी-छिपे मिलते हैं जरांगे से
लक्ष्मण हाके का आरोप
जालना/दि. 21 – मराठा को ओबीसी कोटे से आरक्षण न देने की मांग लेकर भूख हडताल कर रहे लक्ष्मण हाके ने शरद पवार को घोर जातिवादी नेता करार दिया. यह भी आरोप लगाया कि, पवार परिवार के सदस्य रात-बे-रात जाकर मनोज जरांगे से मिलते है. वडीगोद्री में अपने अनशन पंडाल में मीडिया से बात करते हुए हाके ने कहा कि, आरक्षण के बारे में देखा जाए तो शरद पवार पर बडी जिम्मेदारी है. वे राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं. किंतु अनेक पद उन्होंने घर के लोगों को रेवडी की तरह बांट दिए. हाके ने कहा कि, मंडल आयोग की सिफारिशे लागू होते समय शरद पवार सीएम थे. उस समय महाराष्ट्र में कानून पारित किया. पवार ने आगे आकर कहना चाहिए कि, यह आरक्षण पिछडा वर्ग के लिए है. किंतु पवार कहीं भी ऐसा कहते नहीं दिखाई देते. हाके ने पवार पर आरोप लगाए.
हाके ने कहा कि, शरद पवार की पार्टी के विधायक और सांसदो की सूची देखने पर स्पष्ट हो जाता है कि, धनगर समाज को प्रतिनिधित्व नहीं है. धनगर समाज ने कई बार उन्हें वोट दिए है. फिर भी किसी को सांसद नहीं बना सके. प्रतिनिधित्व नहीं दिया तो उनका अर्थात धनगरों का विकास कैसे होगा? लक्ष्मण हाके ने मुख्यमंत्री शिंदे को भी टार्गेट किया. उन्होंने आरोप लगाया कि, शिंदे दो नंबर के काम करनेवाली टोली का नेतृत्व करते है. उन्होंने फुले-शाहू-आंबेडकर की शपथ ली है. फिर भी शिंदे केवल एक जाति विशेष के ही काम करने का इल्जाम हाके ने किया.