चिपलून/दि. 23 – राकांपा शरद पवार के सर्वेसर्वा शरद पवार ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर कुछ नहीं कहा. उन्होंने चिपलून प्रवास दौरान मीडिया से बातचीत में इस प्रश्न को छोडकर अन्य अनेक प्रश्नों के उत्तर देते हुए कहा कि, पहले लोगों का भरोसा प्राप्त करना है. जनता को यह विश्वास दिलाना होगा कि, राज्य के हित का जतन करनेवाला पर्याय दे सकते हैं. पर्याय का कार्यक्रम जनता के सामने रखना होगा.
* मंत्रिमंडल में किसे जगह
शरद पवार ने कहा कि, चुनाव में लोगों की शक्ति और समर्थन मिलने के बाद तय होगा कि, मंत्रिमंडल में कौन रहेगा, किसे क्या पद देना है? यह सब बाते बाद में तय होगी. उनसे मविआ के मुख्यमंत्री पद के नाम के बारे में पूछने पर सीधा उत्तर देना उन्होंने टाल दिया.
* मोरारजी का दिया उदाहरण
शरद पवार ने कहा कि, देश में जयप्रकाश नारायण के आवाहन पर समान विचार वाले दल एकत्र हुए. पार्टियां बाद में बनी. चुनाव लडा गया. चुनकर आने के बाद जनता पार्टी का गठन किया गया. उपरांत मोरारजी देसाई को नेता चुना गया.
* सीएम पद का सस्पेंस
मुख्यमंत्री पद को लेकर महायुति हो या महाविकास आघाडी दोनों ओर असमंजस बना हुआ है. हालांकि महायुति और आघाडी ने चुनाव की जोरदार तैयारी छेड दी है. सभा-सम्मेलनों और दौरों का दौर जमकर चल रहा है. ऐसे में शरद पवार गट ने मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई स्पष्ट बात नहीं कही.