शालेय बच्चों की जान के साथ खिलवाड
पोषाहार की चॉकलेट में निकली इल्लियां
यवतमाल/दि.14- राज्य सरकार द्वारा शालेय विद्यार्थियों को प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजनांतर्गत पोषाहार के तहत चॉकलेट बांटने का निर्णय लिया गया है. परंतु उमरखेड तहसील अंतर्गत चातारी स्थित जिप शाला की छात्राओं को दिये गये चॉकलेट में इल्लियां पायी गई.जिसे लेकर अच्छी खासी खलबली व्याप्त है. वहीं अभिभावकों द्वारा दी गई शिकायत के बाद मुख्याध्यापकों ने चॉकलेट का वितरण करना बंद कर दिया.
जानकारी के मुताबिक शाला में छुट्टियां जारी रहने के चलते मुख्याध्यापकों ने छात्राओं के अभिभावकों को शाला में पोषाहार के तहत चॉकलेट दिये जाने की जानकारी दी थी. पश्चात शनिवार 11 मई को 95 में से 13 अभिभावकों को चॉकलेट के पैकेट वितरीत किये गये. जिसमें से एक पैकेट के चॉकलेट में इल्लियां निकली, यह देखते ही संतप्त हुए अभिभावकों ने शाला के मुख्याध्यापक को चॉकलेट के सारे पैकेट वापिस लौटा दिये.
जानकारी के मुताबिक यवतमाल जिले हेतु शिक्षा विभाग को करीब सवा करोड रुपए के चॉकलेट प्राप्त हुए है. जिले की 2 हजार 700 शालाओं में पहली से आठवी कक्षा के 2 लाख 56 हजार 841 विद्यार्थियों को 1 करोड 28 लाख 42 हजार चॉकलेट का वितरण किया जाना है. जिसके लिए यवतमाल जिले की सभी शालाओं में चॉकलेट के डिब्बे पहुंचा दिये गये है. विगत शनिवार को कुछ निजी शालाओं में परिक्षा परिणाम घोषित करने के साथ ही चॉकलेट का वितरण किया गया. परंतु ग्रामीण क्षेत्र की शालाओं में चॉकलेट सुरक्षित रखने हेतु शीतपेटी जैसी कोई व्यवस्था नहीं है. इसके साथ ही यह जानकारी भी सामने आयी है कि, पोषाहार के तहत दिये जाने वाले इन चॉकलेट का स्वाद आम चॉकलेट की तरह नहीं है. जिसके चलते विद्यार्थी भी इस चॉकलेट को खाना पसंद नहीं कर रहे है और यवतमाल शहर के कुछ शाला के विद्यार्थियों द्वारा इन चॉकलेट को फेंक दिया गया, ऐसा भी पता चला है. वहीं अब इस चॉकलेट में इल्लियां निकलने की वजह से अभिभावकों द्वारा चिंता जताई जा रही है.