मुंबई./दि.6 – किसी भी अन्य खेल की तुलना में क्रिकेट ही एकमात्र ऐसा खेल है, जिसमें सबसे अधिक पैसा है और भारतीय क्रिकेट बोर्ड पूरी दुनिया में सबसे धनवान क्रिकेट बोर्ड है. यहीं वजह है कि, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह में अपने बेटे जय शाह को बीसीसीआई का सर्वेसर्वा बना दिया है. साथ ही क्रिकेट प्रशासन ने राजनेताओं ने अपने लोगों को घुसाकर क्रिकेट बोर्ड की तिजोरी पर अपनी कुंडली जमा ली है. इस आशय के शब्दों में शिवसेना उबाठा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है.
ठाकरे गुट ने अपने मुखपत्र के जरिए यह भी कहा कि, जिस तरह से दो दिन पहले मुंबई में हजारों लोग भारतीय क्रिकेटरों का स्वागत करने हेतु अपने घरों से निकलकर सडकों पर आये. यदि उस भीड की तुलना में 15 फीसद लोग भी देश की समस्याओं के प्रति जागरुक होकर सडकों पर उतर जाये, तो अन्यायकारी शासन को भी जनता के सामने शरणागत होना पडेगा. इसके साथ ही यह भी कहा गया कि, गत वर्ष अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को हराते हुए वल्डकप जीता था. जिसके बाद पैट कमिंग्य ट्रॉफी लेकर जब ऑस्ट्रेलिया के एयरपोर्ट पर उतरा, तब उसका स्वागत करने हेतु वहां पर कोई भीड नहीं थी. ऐसे में पैट कमिंग्स ने खुद अपना सामान उठाया और घर जाकर शांति से सो गया. लेकिन भारत में हमेशा ही अलग चित्र दिखाई देता है. विमानतल से ही विजेता टीम का भव्य जुलूस निकाला जाता है और उस भीड में कुछ समय के लिए हर कोई अपने दुख दर्द व समस्या को भूल जाता है. शिवसेना उबाठा के मुताबिक हमारे देश में क्रिकेट के साथ ही बाबा व महाराज जैसे लोगों के लिए अजब दिवानगी देखी जाती है और दोनों ही प्रकार के लोगों हेतु जमकर भीड उमडती है. वहीं आम जनता से जुडे मुद्दों को लेकर लोगबाग घर से ही नहीं निकलते. जबकि ऐसा करना ज्यादा जरुरी होता है.