वंचित के प्रकाश आंबेडकर ने दिया बडा बयान
कहा- हम भाजपा-संघ के साथ भी जा सकते है
* मविआ नेताओं पर की नाराजगी व्यक्त
मुंबई/दि.2-महाविकास आघाडी में सीटें देने संबंध में मुद्दा अब तक हल नहीं हुआ है. प्रकाश आंबेडकर की वंचित बहुजन आघाडी ने भले ही महाविकास आघाडी से गठबंधन किया, लेकिन मविआ द्वारा वंचित के साथ सही बर्ताव नहीं किए जाने की शिकायत वंचित नेताओं ने की है. महाविकास आघाडी में अब तक सीटें बंटी नहीं. चारों पार्टी में अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्र के लिए खिंचतान चल रही है. सीटें देने को लेकर केवल चर्चा चल रही है, जबकि मविआ नेता इसमें से अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाए, ऐसी शिकायत करते हुए प्रकाश आंबेडकर ने मविआ नेताओं पर नाराजगी व्यक्त की है. उन्होंने बडा बयान किया है कि, सीटें देने संबंध में जल्द कोई हल नहीं निकला तो हम भाजपा-आरएसएस के साथ भी जा सकते है. वहीं दूसरी ओर भाजपा भी प्रकाश आंबेडकर भाजपा में शामिल हो, इसके लिए प्रयास कर रही है.
वंचित बहुजन आघाडी महाविकास आघाडी के साथ रहेगी या नहीं, इसको लेकर कई लोग तर्क लगा रहे है, वहीं वंचित के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने यह बडा बयान किया है. उन्होंने कहा कि, हम सुधार में विश्वास रखते है. समाज में सुधार लाना हमारी प्राथमिकता है. राजनीतिक दल के रूप में काम करते समय हमारे कुछ राजनीतिक अजेंडे रहने पर भी हमारे लिए सामाजिक सुधार ज्यादा महत्वपूर्ण है.
्रप्रकाश आंबेडकर ने नागपुर में एक चैनल से बातचीत करते हुए बताया कि, साामजिक सुधार करते हुए हमें यदि सत्ता मिली को हम निश्चित रूप में उस सत्ता का स्वीकार करेंगे. इस समय आंबेडकर ने वंचित बहुजन आघाडी और भाजपा के साथ के संभावित युति-गठबंधन पर बात की. उन्होंने आगे कहा कि, हमें ऐसा लगता है कि, देश में जो जाति पर आधारित पुरोहितशाही चल रही है, उसे कानूनन पूरी तरह से बंद करना चाहिए. इस पर सरकार बंदी लाएं. इसके लिए हिंदू स्कूल ऑफ थिओलॉजी (ब्रह्मज्ञान) का निर्माण किया जाए और इस स्कूल में पढकर, उत्तीण होकर जो पंडित बाहर निकलेंगे, उन्हें ही देश में धार्मिक विधि करने का अधिकार मिलें. धार्मिक विधि भी उनके द्वारा ही की जानी चाहिए. आरएसएस और भाजपा यदि ऐसा कानून और सुधार लाने तैयार होगी तो हम उनके साथ जाने के बारे में सोच सकते है.