* बडे आंदोलन की चेतावनी
चांदूर बाजार/दि. 20- चांदूर बाजार तहसील में बडी मात्रा में सफेद सोने अर्थात कपास की पैदावार होने के बावजूद इस बार उचित दाम न मिलने से किसान वर्ग निराश होकर अब तमतमा गया है. उपज के रेट 9-10 हजार से सीधे गिरकर 6-7 हजार हो जाने से किसानों का गुस्सा सही लग रहा है. क्योंकि उनकी लागत भी इस रेट से वसूल नहीं होगी अत: किसानों ने राज्य सरकार से सीधे कर्ज माफी की मांग कर सहायता का भी अनुरोध शासन से किया है. किसान आंदोलन की भी भाषा कर रहे हैं.
* उत्पादन कम, दाम गिरे
कपास का पहले ही बारिश की लुकाछिपी की वजह से उत्पादन प्रभावित हुआ. प्रति एकड पैदावार कम होने से किसान चिंता में थे. अब मार्केट में माल लाए जाने पर रेट गिर गए हैं. जिससे किसान चिंतित हो गए हैं. पिछले वर्ष 12 हजार रुपए तक पहुंचे कपास के दाम इस बार 6-7 हजार तक घट जाने से उत्पादक गुस्साए हैं. तहसील के माधान, शिरजगांव, वणी, घाटलाडकी, देउरवाडा, फुबगांव, शिरजगांव अर्डक, जवला, राजुरा और सभी गांवों के किसानों ने बडी संख्या में यहां मंडी पहुंचकर आंदोलन की धमी दी है.
* उपाय योजना की उम्मीद
माधान के किसान दिलीप मोहोड ने कहा कि पहले ही उत्पादन कम हुआ है. अतिवृष्टि के बाद तूफानी बारिश से नुकसान हुआ. फिलहाल 7 हजार के अंदर रेट है. इस रेट में लागत वसूल होना मुश्किल है. किसान सरकार से उपाययोजना की अपेक्षा कर रहा है.
* अन्यथा करेंगे आंदोलन
वणी बेलखेडा के मंगेश देशमुख ने भी कपास के दाम में बडी गिरावट आई है. 7 हजार के अंदर एक क्विंटल कपास कैसे मुनासिब रहेगा. सरकार को कपास को दाम दिलाने होंगे. कर्ज माफी नहीं कि गई तो हम किसान आंदोलन छेडेंगे.