फुले दंपति हेतु भारतरत्न का प्रस्ताव विधानसभा में मंजूर
सर्वसम्मति से दी गई प्रस्ताव को मंजूरी

मुंबई/दि.24 – इस समय राज्य विधान मंडल का बजट सत्र चल रहा है और विविध मुद्दों को लेकर सत्ताधारी दल व विपक्ष एक-दूसरे के आमने-सामने खडे दिखाई देते है और दोनों ओर से एक-दूसरे के खिलाफ जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए जाते है. वहीं दूसरी ओर विधानसभा में आज एक प्रस्ताव को सत्ताधारी दल व विपक्ष द्वारा आम सहमति के साथ मंजूर किया गया. क्रांतिसूर्य महात्मा ज्योतिबा फुले व क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले को मरणोपरांत भारतरत्न अलंकरण से सम्मानित किए जाने हेतु केंद्र सरकार के पास सिफारिश करने का प्रस्ताव मंत्री जयकुमार रावल द्वारा विधानसभा में पेश किया गया. जिसे छगन भुजबल ने अपना समर्थन दर्शाया. साथ ही इस प्रस्ताव को विधानसभा में सर्वसम्मति से मंजूर किया गया. इसे लेकर डेप्युटी सीएम अजीत पवार ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, फुले दंपति को देश का सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न अलंकरण प्रदान करने की सिफारिश को केंद्र सरकार के पास भेजने हेतु महाराष्ट्र विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से मंजूर किया गया प्रस्ताव अपनेआप में ऐतिहासिक है. जिससे प्रगतिशील, पुरोगामी व सुधारवादी महाराष्ट्र के नावालौकिक में और भी वृद्धि होगी. इसके साथ ही डेप्युटी सीएम अजीत पवार ने संपूर्ण देशवासियों की जनभावना का आदर करनेवाले इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति के साथ मंजूरी दिलवाने हेतु सहयोग करनेवाले विधान मंडल के सभी सदस्यों के प्रति आभार ज्ञापित किया.
इसके साथ ही डेप्युटी सीएम अजीत पवार ने यह भी कहा कि, महात्मा ज्योतिबा फुले व सावित्रीबाई फुले ने पुणे में लडकियों हेतु पहली शाला शुरु करते हुए स्त्री शक्ति के लिए शिक्षा के दरवाजे खोले. जिसके चलते आज सभी क्षेत्रों में महिलाएं बडी संख्या में जवाबदारी वाले पदों पर काम कर रही है और देश के विकास में अपना योगदान भी दे रही है. जिसका पूरा श्रेय फुले दंपति की दूरदृष्टि व साहस को दिया जा सकता है. ऐसे में समाज के दुर्बल, वंचित व बहुजन समाज तक शिक्षा सहित विकास की गंगा पहुंचाने वाले फुले दंपति को भारतरत्न के सम्मान से सम्मानित किया ही जाना चाहिए.