रविकांत तुपकर को पुलिस ने लिया ताबे में
वर्षा के सामने आंदोलन के पहले ही उठाया
मुंबई/दि.23- किसान नेता रविकांत तुपकर ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के वर्षा बंगले पर किसानों की समस्याओं को लेकर 23 अगस्त को आंदोलन करने की चेतावनी दी थी. मगर आंदोलन के पहले ही रविकांत तुपकर व उनकी पत्नी को पुलिस ने अपने ताबे में ले लिया है. वर्षा बंगले के बदले आजाद मैदान पर आंदोलन करें. ऐसा पुलिस व्दारा तुपकर कहने की बात सूत्रों व्दारा ज्ञात हुई है.
किसानों की समस्याओ को लेकर आक्रमक हुए रविकांत तुपकर ने राज्य सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी थी. राज्य में सोयाबीन-कपास उत्पादनों की किमत बढाने के लिए उन्होंने वर्षा बंगले के सामने आंदोलन करने की मानस बनाया था. जिसके चलते आज से वर्षा बंगले के सामने आंदोलन करने वाले थे. जिसके चलते वे वर्षा बंगले में आज पहुंचने वाले थे. मगर वर्षा के सामने आंदोलन के पूर्व ही उन्हें पुलिस ने अपने ताबे में ले लिया.
मुख्यमंत्री के निवास के बाहर भारी बंदोबस्त
इस आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने मुख्यमंत्री निवास स्थान (वर्षा) के बाहर भारी पुलिस बंदोबस्त तैनात किया था. जिसके चलते आंदोलन करने पहुंचने के पहले ही तुपकर को मरिन लाईन्स पुलिस ने अपने ताबे में ले लिया. पुलिस ताबे में लेने के बाद रविकांत तुपकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस मुझे कहां ले जाती है, यह देखते है. उसके बाद आंदोलन की भूमिका ठहराएंगे. मगर सरकार को यह महंगा पडेगा. ऐसी चेतावनी भी उन्होंने इस समय दी.
सुरक्षा कारणो से लिया ताबे में
विधानसभा चुनाव के पहले ही सोयाबीन को 9 व कपास को 12 हजार रुपये किमत दे तथा किसानों की कर्जमाफी फसल बीमा की रकम किसानों के खातों में जमा करें. इसके साथ ही विविध मांग तुपकर ने सरकार से की है. इन मांगो के लिए रविकांत तुपकर ने आंदोलन का ऐलान किया था. मगर अब उन्हें पुलिस ताबे में लिया गया है. मुख्यमंत्री के सरकारी निवास के सामने किसान किस प्रकार आत्महत्या कर रहे है, उसका आज प्रात्यक्षिक आंदोलन तुपकर व कुछ किसान करने वाले थे. सुरक्षा के कारणों के चलते व अनुमती न रहने के कारण चर्चगेट से तुपकर को पुलिस ने होटल से ताबे में लिया. फिलहाल उन्हें आजाद मैदान थाने में ले जाया गया है.