मेडिकल कॉलेज, अस्पतालों के 6830 पदों की भर्ती प्रारंभ
सरकार ने पुन: अपनाई ठेका पध्दति
* 9 कंपनियां ही कर सकती हैं बिड, ऐसी हैं शर्ते
नागपुर/दि.16- ठेका पध्दति से सरकारी भर्ती का प्रबल विरोध होने के बावजूद स्वास्थ्य सेवा और अध्यापन हेतु राज्य शासन ने ठेका पध्दति से पदभर्ती करने का न केवल निर्णय किया. बल्कि 6830 पदों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ भी कर दी. शासकीय चिकित्सा, आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक महाविद्यालय तथा रूग्णालयों हेतु क तथा ड श्रेणी के उपरोक्त पद रहने की जानकारी अधिकृत सूत्रों ने दी और बताया कि क श्रेणी में कुशल मानव संसाधन पद भी इसमें शामिल है. मानव संसाधन आपूर्ति संस्थाओं के लिए युध्दस्तरों पर संविदा प्रक्रिया अपनाई जा रही है. यह भी कहा जा रहा है कि सरकार ने ठेका भर्ती में ऐसी शर्ते रखी है. जिससे केवल पहले की 9 कंपनियां ही भाग ले सकती है. जबकि कुछ कंपनियों को घपले घोटाले और काम में कोताही के लिए काली सूची में डाले जाने के दावे अधिकारियों ने किए थे.
* क्या कहते हैं सचिव
चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव दिनेश वाघमारे से इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कर्मचारी भर्ती का आउट सोर्सिंग का निर्णय मंत्री मंडल का है. सरकार ने विभागों को उनके स्तर पर भर्ती करने से रोका नहीं था. चिकित्सा सेवाएं प्रभावित न हो इसके लिए और रूग्णों को अच्छी सुविधा देने के लिए यह निर्णय होने का दावा वाघमारे ने किया.
* फिर वहीं 9 कंपनियां
14 मार्च 2023 को सरकार ने ठेका भर्ती के लिए 9 कंपनियों की नियुक्ति की थी. अब पुन: विभाग निहाय ठेका प्रक्रिया भर्ती में भी वहीं 9 कंपनियां रखने का प्लान रहने की चर्चा हैं. भाजपा के एक विधायक की कंपनी को ठेका भर्ती के काम दिए जाने की जानकारी हैं. वाघमारे ने इस बारे में खुलासा किया कि इन कंपनियों को काली सूची में नहीं डाला गया था.
* इस तरह हैं पदभर्ती
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पतालों में क श्रेणी के 1730 एवं द श्रेणी के 5100 पदों की ठेका भर्ती होनी है. क श्रेणी में लघु लेखक, वाहन चालक, शस्त्र क्रिया गृह सहायक, ग्रंथपाल सहायक, कनिष्ठ लिपिक, तंत्रज्ञ प्रयोगशाला सहायक, स्वास्थ्य शिक्षक, टाइपिस्ट ऐसे कुशल और तकनीकी पदों का समावेश हैं. ऐसे में प्रश्न उठाए जा रहे हैं कि ऑपरेशन थिएटर के महत्वपूर्ण पद की भर्ती संविदा अर्थात ठेेका पध्दति से कैसे हो सकती हैं ?