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‘ऑडी’ टक्कर मामले में संकेत बावनकुले से भी पूछताछ

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पुत्र, कार भी उसी की है

* विपक्ष ने मांगा पुणे जैसा न्याय
नागपुर /दि.10- नागपुर में बड़ा मामला सामने आया है. बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के बेटे संकेत की लग्जरी ऑडी कार द्वारा रामदासपेठ में कई वाहनों को टक्कर मार देने के सिलसिले में पुलिस ने सोमवार रात संकेत को थाने में बुलाकर पूछताछ की. उसी प्रकार उसके दो साथियों को अरेस्ट किया गया है. इस घटना के उजागर होने पश्चात प्रदेश की राजनीति में हलचल मची है. विपक्ष ने पुणे में हिट एण्ड रन जैसा न्याय इस मामले में भी मांगा है. अर्थात विपक्ष चाहता है कि, भाजपा नेता बावनकुले पर भी कार्रवाई हो. पुणे में बिल्डर विशाल अग्रवाल को भी पुलिस ने बंदी बनाया था.
* बावनकुले ने कहा- कानून सभी के लिए समान
उधर, बावनकुले ने घटना के बारे में पत्रकारों से बात करते हुए स्वीकार किया कि ऑडी कार उनके बेटे संकेत के नाम पर रजिस्टर्ड है. बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पुलिस को बिना किसी पक्षपात के दुर्घटना की गहन और निष्पक्ष जांच करनी चाहिए. जो लोग दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ मामला चलाया जाना चाहिए और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए. मैंने किसी पुलिस अधिकारी से बात नहीं की है. कानून सभी के लिए समान है.
* 5 वाहनों को मारी टक्कर
सीताबर्डी थाने के अधिकारी के अनुसार, ऑडी कार ने पहले शिकायतकर्ता जितेंद्र सोनकांबले की कार को रविवार देर रात एक बजे टक्कर मारी और फिर एक मोपेड को टक्कर मार दी. इससे उस पर सवार दो युवक घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि ऑडी कार ने मनकापुर इलाके की ओर जा रहे कुछ और वाहनों को टक्कर मारी. वहां टी-पॉइंट पर वाहन ने एक पोलो कार को टक्कर मार दी.
* संकेत बावनकुले सहित तीन लोग भाग गए
पुलिस ने बताया कि सवारों ने ऑडी कार का पीछा किया और मनकापुर पुल के पास उसे रोक लिया. कार में सवार संकेत बावनकुले सहित तीन लोग भाग गए. अधिकारी ने कहा कि कार के चालक अर्जुन हावरे और एक अन्य व्यक्ति रोनित चित्तमवार को पोलो कार में सवार लोगों ने रोका. उन्हें तहसील थाने ले जाया गया, जहां से उन्हें आगे की जांच के लिए सीताबल्डी पुलिस को सौंप दिया गया.
* बीयर बार से लौट रहे थे कार सवार
अधिकारी ने बताया कि ऑडी कार में सवार लोग धरमपेठ स्थित एक बीयर बार से लौट रहे थे, तभी यह घटना घटी. हालांकि उन्होंने यह जानकारी नहीं दी कि उनमें से कोई नशे में था या नहीं. सीताबल्डी थाने के अधिकारी ने बताया कि सोनकांबले की शिकायत पर लापरवाही से वाहन चलाने और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया है. हावरे और चित्तमवार को बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया. आगे की जांच जारी है.
* विपक्ष ने उठाये अनेक सवाल
विपक्ष ने इस मामले में अनेक प्रश्न उपस्थित किये है. संकेत बावनकुले ने शराब नहीं पी थी, तो वह अपनी कार खुद क्यों नहीं चला रहा था? शराब के नशे में मित्र को कार चलाने क्यों दी थी? दुर्घटना होने के बाद मौके से भाग क्यों गये? होश में था, तो वहां रुका क्यों नहीं. बावनकुले की कार को नंबरप्लेट क्यों नहीं थी. आदि प्रश्न उछाले जा रहे है.

 

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