सत्ता बदलने से लटकी सावित्रीबाई फुले आधार योजना
ओबीसी विद्यार्थियों को वार्षिक 80 हजार रुपए देने का प्रस्ताव
वर्धा/ दि.9 – शासन से मंजूरी मिलने के बाद ही ओबीसी के सरकारी छात्रावास कार्यरत न होने के कारण महाज्योती ने पहल करते हुए इन विद्यार्थियों की पढाई के लिए वार्षिक 80 हजार रुपए देने की योजना प्रस्तावित की है. सावित्रीबाई फुले आधार योजना इस नाम से रहने वाली योजना का प्रस्ताव सत्ता बदलने के कारण अटका पडा है.
महाराष्ट्र में ओबीसी विद्यार्थियों के लिए शासन के छात्रावास नहीं, उनके लिए स्वाधार योजना जैसी योजना भी शासन ने अब तक लागू नहीं की. महाज्योती के संचालक प्रा. दिवाकर गमे ने संचालक मंडल के बैठक में ओबीसी विद्यार्थियों के लिए सावित्रीबाई फुले आधार योजना लागू करने की मांग की. बाहरगांव पढने वाले और छात्रावास के लाभ से वंचित रहने वाले विद्यार्थियों को प्रति वर्ष 80 हजार रुपए आधार निधि दी जाए, ऐसा ठराव संचालक मंडल की मंजूरी के लिए दिया गया.
पुणे के 1 हजार और सभी राजस्व विभागीय शहर के प्रति 500 और बकाया 29 जिले के प्रति 300 विद्यार्थी इस तरह 12 हजार 700 विद्यार्थियों को हर वर्ष 80 हजार के अनुसार 102 करोड रुपये खर्च का अनुमानित पत्र ठहराव के लिए प्रा. गमे ने रखा था. यह ठहराव 1 जुलाई को होेने वाले संचालक मंडल की बैठक के अजेंडे में था, परंतु राज्य में सत्ता बदलने के कारण यह बैठक स्थगित हो गई. इसपर प्रा. गमे ने बताया कि, ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास न रहने के कारण महाज्योती ने सावित्रीबाई पुलिस आधार योजना लाने का निर्णय लिया. आगे होने वाली बैठक में यह योजना मंजूर कराने के लिए लगातार प्रयास करेंगे.