महिलाओं की सुरक्षा हेतु राज्य में लागू हो शक्ति कानून
विश्व महिला दिवस पर विधायक सुलभा खोडके की विधानसभा में मांग

* महिला सुरक्षा, स्वास्थ, रोजगार व सक्षमीकरण के मुद्दो पर आवाज किया बुलंद
मुंबई /दि. 8- विगत 20 वर्षो के दौरान राज्य के विधान मंडल ने महिला सक्षमीकरण हेतु कई योजनाएं, अभियान व उपक्रम चलाए है. स्त्री शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार, बचत गट व कन्या भ्रूणहत्या निर्मूलन आदि के माध्यम से महिलाओं को न्याय देने का काम भी किया गया है. परंतु दिनोंदिन बढती महिला अत्याचारों की घटनाओं के चलते आज भी महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवालियां निशान पैदा होते है. अत: महिलाओं की सुरक्षा पर प्रभावी रुप से अमल करने हेतु महाराष्ट्र में शक्ति कानून को लागू किया जाना चाहिए, इस आशय की मांग विधायक सुलभा खोडके द्वारा आज विधानसभा में रखी गई.
राज्य विधान मंडल के बजट सत्र में महिला दिवस के अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए विधायक सुलभा खोडके ने महिलाओं की सुरक्षा सहित स्वास्थ, रोजगार व सक्षमीकरण जैसे मुद्दे रखते हुए महिला शक्ति की आवाज बुलंद की. इस समय विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, महाराष्ट्र सहित देश के पास बेहद कर्तव्यशील व पराक्रमी महान महिलाओं का गौरवशाली इतिहास है. एक स्त्री समाज को कितनी प्रेरणा दे सकती है और किस तरह परिवर्तन ला सकती है, इसे उन महान महिलाओं ने अपने कार्यो के जरिए साबित कर दिखाया. जिनके विचारों की विरासत पर चलते हुए आज महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में कार्यरत है. भारतीय संविधान के जरिए समानता का अधिकार प्रस्थापित होने के चलते महिलाओं को मतदान के साथ ही पढने-लिखने का अधिकार भी मिला. जिसके दम पर आज महिलाएं सभी क्षेत्रों में बेहतरिन काम कर रही है. परंतु कई महिलाओं को उच्च शिक्षित रहने के बावजूद भी रोजगार व नौकरी के क्षेत्र में अपेक्षित अवसर नहीं मिलते. ऐसे में सरकार के विभिन्न महकमों में रिक्त रहनेवाली जगहों पर सुशिक्षित व उच्च शिक्षित महिलाओं को अवसर देने पर सरकार द्वारा विचार किया जाना चाहिए.
इस समय महिला के स्वास्थ संबंधी मुद्दे पर बेहद गंभीरता से अपने विचार व्यक्त करते हुए विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, महिलाओं में विविध तरह के कैंसर की बीमारी का प्रमाण दिनोंदिन बढ रहा है तथा गरीब व आर्थिक रुप से कमजोर घटक की महिलाओं को अपना इलाज कराने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पडता है. यद्यपि महात्मा फुले जनआरोग्य योजना के तहत निशुल्क शल्यक्रिया की जाती है परंतु महिलाओं के पास दवाई के लिए पैसे ही नहीं होते. अत: कैंसरग्रस्त महिलाओं के औषधोपचार हेतु स्वास्थ विभाग के जरिए सहायता प्रदान की जानी चाहिए. इसके अलावा महिलाओं को स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं में प्रतिनिधित्व मिलने के साथ ही काम करने का अवसर मिलने हेतु स्वायत्त निकायों के चुनाव जल्द से जल्द करने की मांग भी विधायक सुलभा खोडके ने सदन में उठाया और कहा कि, स्वानीय स्वायत्त निकायों में महिलाओं को 50 फीसद प्रतिनिधित्व मिला हुआ है, ऐसे में स्वायत्त निकायों के चुनाव होने पर महिलाओं को वहां काम करने का अवसर मिलेगा.
विश्व महिला दिवस के अवसर पर विधानसभा में महिलाओं से संबंधित मुद्दों को बेहद प्रभावी तरीके से रखने हेतु विधायक सुलभा खोडके का सभी ने अभिनंदन किया है. इस समय सभागृह में विधानसभा के अध्यक्ष एड. राहुल नर्वेकर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा महिला व बालविकास मंत्री अदिती तटकरे सहित सभी विधायक उपस्थित थे.