शक्तिपीठ, भक्तिपीठ, औद्योगिक महामार्ग पर रोक
किसानों के विरोध के सामने झुकी सरकार
पुणे./दि.11 – किसानों द्वारा अपनी खेती की जमीन देने का जोरदार विरोध करने के बाद राज्य की महायुति सरकार ने शक्तिपीठ महामार्ग सहित भक्तिपीठ, औद्योगिक महामार्ग का काम स्थगित कर दिया है. किसानों के विरोध के सामने शासन को झुकना पडा है. नागपुर-गोवा शक्तिपीठ महामार्ग बनने वाला था. पुणे-नाशिक के बीच औद्योगिक महामार्ग का प्रस्ताव था. सिंदखेड राजा-शेगांव ऐसा भक्तिपीठ महामार्ग का प्रस्ताव था. तीनों हाईवे के काम पर सवा लाख करोड का निवेश अपेक्षित था. इन कामों को अब ब्रेक लग गया है. अधिकारियों ने बताया कि, भूसंपादन रोक दिया गया है. एमएसआरडीसी ने महामार्ग का नक्शा बदलकर विरोधवाले स्थान टालकर प्रकल्प जारी रखने की तैयारी की थी. किंतु अब अगली कार्यवाही राज्य शासन निर्णय के बाद होने की जानकारी अफसरान ने दी है.
* किसानों का भारी विरोध
सरकार के महत्वाकांक्षी सडक परियोजनाओं का किसानों ने भारी विरोध किया. जमीन देने से साफ मना कर दिया. 213 किमी के पुणे-नाशिक रोड से केवल 2 घंटे में आना-जाना अपेक्षित था. ऐसे ही 109 किमी लंबा भक्तिपीठ मार्ग बनाकर उसे समृद्धि हाईवे से विस्तार देने की योजना थी. किसानों के भारी विरोध के कारण सभी परियोजनाएं रोक दी गई है. सरकार ने संचार व्यवस्था सुदृढ करने उक्त प्रकल्प सोचे थे.