पुणे/दि. 13- राकांपा शरद पवार गुट के सर्वेसर्वा शरद पवार ने एक बार फिर अपना रुख बदल लिया. आज उन्होंने घोषणा कर दी कि वे अगले सोमवार 22 जनवरी को अयोध्या जा रहे हैं. हालांकि उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण नहीं है. मुझे कोई एतराज नहीं. पवार ने यह भी कहा कि उत्सव के कारण 10 हजार की टिकट 40 हजार रुपए कर दी गई है. विमानसेवा इतनी महंगी हो गई है. ऐसे में कोई अयोध्या नहीं गया तो क्या हम यह कहेंगे कि उस व्यक्ति की श्रीराम के प्रति आस्था नहीं है.
पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कृषि मंत्री के रुप में उन्होंने इथेनॉल उत्पादन पर बल दिया था. पवार ने प्याज के निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंध पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि नीति बराबर से बननी चाहिए. प्याज महंगा हुआ तो निर्यात रोक देना ठीक नहीं. किसानों को अच्छे रेट मिलने चाहिए. ऐसा ही चीनी उत्पादन अधिक रहने पर चीनी निर्यात नहीं करने की नीति ठीक नहीं. बहरहाल पवार के अयोध्या जाने के बयान से आईएनडीआईए गठजोड में खलबली मच सकती है. गठजोड के प्रमुख घटक कांग्रेेस नेताओं ने अयोध्या के निमंत्रण ठुकरा दिए है. जबकि पवार बगैर निमंत्रण के भी अयोध्या पहुंचने वाले हैं.