टिकट मिलने से वंचित हेमंत पाटिल पर शिंदे हुए मेहरबान
पहले मंत्री पद का दर्जा, फिर विधान परिषद और अब गट नेता का पद
हिंगोली/दि.11 – लोकसभा चुनाव में हिंगोली संसदीय क्षेत्र से टिकट देने हेतु इंकार किये गये पूर्व सांसद हेमंत पाटिल पर अब शिंदे गुट वाली शिवसेना अच्छी खासी मेहरबान होती दिखाई दे रही है. क्योंकि विगत 4 माह के दौरान पूर्व सांसद पाटिल पर विविध पदों की लगभग बरसात ही कर दी गई है. जिसे लेकर अच्छी खासी राजनीतिक चर्चाएं चल रही है और माना जा रहा है कि, हिंगोली सहित नांदेड जिले में शिंदे गुट वाली शिवसेना को मजबूत बनाने हेतु पूर्व सांसद पाटिल की स्थिति को मजबूत किया जा रहा है.
बता दें कि, हिंगोली संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद हेमंत पाटिल को इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में शिंदे गुट वाली शिवसेना ने टिकट देने से इंकार कर दिया था. हालांकि उनकी नाराजगी को दूर करने हेतु उनकी पत्नी राजश्री पाटिल को वाशिम-यवतमाल संसदीय क्षेत्र से लोकसभा की टिकट दी गई थी. परंतु राजश्री पाटिल को हार का सामना करना पडा था. ऐसे में शिंदे सेना द्वारा पूर्व सांसद हेमंत पाटिल का राजनीतिक पुनर्वसन करने हेतु हलचले तेज हुई. जिसके चलते वस्मत स्थित बालासाहब ठाकरे हलदी संशोधन व प्रशिक्षण केंद्र के अध्यक्ष रहने वाले पूर्व सांसद हेमंत पाटिल के अध्यक्ष पर को मंत्री पद का दर्जा बहाल किया गया है. इसके कुछ ही दिन पश्चात पूर्व सांसद हेमंत पाटिल को विधान परिषद में बतौर सदस्य भी शामिल किया गया और अब उन्हें विधान परिषद में शिंदे सेना का गुट नेता भी चुना गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि, विधान परिषद गुट नेता पद की आड लेते हुए हेमंत पाटिल को राज्य मंत्रिमंडल में शामिल करने का प्रयास शिंदे सेना द्वारा किया जा रहा है और पाटिल को मंत्रिमंडल में शामिल करने के बाद उन्हें हिंगोली का पालकमंत्री भी नियुक्त किया जा सकता है. ताकि इस जरिए हिंगोली सहित नांदेड जिले में शिंदे गुट वाली शिवसेना को मजबूत व विस्तारित किया जा सके.