सपा ने नहीं मांगी अमरावती सीट, अमरावती से कांग्रेस ही लडेगी
12 सीटों की मांग पर मविआ ने सपा को दी महज 2 सीटें
* प्रदेशाध्यक्ष अबू आजमी ने मविआ को लेकर जतायी नाराजी
* उचित हिस्सेदारी नहीं मिलने पर अलग राह अपनाने की बात कही
* कल सपा प्रमुख अखिलेश यादव आ रहे महाराष्ट्र के दो दिवसी दौरे पर
मुंबई/दि.17 – महाविकास आघाडी का घटक दल रहने वाली समाजवादी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनाव में खुद के लिए 12 सीटें मांगी है. जिसमें से मानखुर्द, भिवंडी इस्ट, भिवंडी वेस्ट, मालेगांव व धुलिया, विधानसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है. साथ ही अनुशक्ति नगर, वर्सोवा व भायखला (मुंबई), औरंगाबाद इस्ट व बालापुर (अकोला) जैसी मुस्लिम बहुल सीटों की मांग सपा द्वारा मविआ के नेताओं से की गई है. इस आशय की जानकारी खुद समाजवादी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अबू आसीम आजमी द्वारा दी गई है. इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि, इस बार समाजवादी पार्टी द्वारा अमरावती विधानसभा सीट के लिए दावा नहीं किया गया है. जिसके चलते मविआ के तहत अमरावती सीट कांग्रेस के ही हिस्से में रहेंगी. ज्ञात रहे कि, लोकसभा चुनाव में अमरावती के मुस्लिम मतदाताओं द्वारा किये गये एकमुश्त वोटों के चलते कांग्रेस प्रत्याशी वानखडे की जीत हुई थी. जिसके बाद अमरावती में ‘अबकी बार, मुस्लिम आमदार’ का नारा बुलंद होना शुरु हुआ था. जिसे देखते हुए माना जा रहा था कि, मविआ में शामिल रहने वाली समाजवादी पार्टी द्वारा संभवत: इस बार अमरावती विधानसभा क्षेत्र हेतु दावा किया जा सकता है, ताकि मुस्लिम मतदाताओं की एकजूटता का फायदा उठाया जा सका, लेकिन सपा प्रदेशाध्यक्ष अबू आसीम आजमी द्वारा जिन 12 सीटों को लेकर मांग उठाई गई है, उनमें अमरावती विधानसभा क्षेत्र का समावेश ही नहीं है. जिससे यह साफ हो गया है कि, मविआ के तहत अमरावती विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस के ही हिस्से में रहेगा.
उधर दूसरी ओर 12 सीटों की मांग करने वाली समाजवादी पार्टी को मविआ द्वारा केवल दो सीटें देने की तैयारी दर्शायी गई है. जिस पर सपा प्रदेशाध्यक्ष अबू आजमी ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि, देश में तीसरे स्थान पर रहने वाली पार्टी को मविआ द्वारा हलके में लिया जा रहा है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और यदि मविआ में सपा की अनदेखी इसी तरह से की जाती रही, तो समाजवादी पार्टी द्वारा वंचित बहुजन आघाडी अथवा तीसरी आघाडी के साथ जाने के बारे में सोचा जाएगा. या फिर समाजवादी पार्टी द्वारा अकेली महाराष्ट्र की दो दर्जन से अधिक सीटों पर चुनाव लडा जाएगा. जिसकी वजह से यदि मुस्लिम वोटों का बंटवारा होता है, तो इसके लिए पूरी तरह से कांग्रेस व शरद पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार होंगे. इसके साथ ही सपा प्रदेशाध्यक्ष अबू आजमी ने यह भी बताया कि, 18 व 19 अक्तूबर को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव दो दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर आएंगे और इस दौरान वे मालेगांव व धुलिया निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगे. इस समय तक यदि समाजवादी पार्टी को सम्मानजनक सीटें नहीं दी जाती है, तो फिर पार्टी द्वारा किसी अलग पर्याय पर विचार किया जा सकता है.
वहीं इस बीच महाराष्ट्र के दौरे पर रवाना होने से पहले लखनउ में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि, महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के पहले से दो विधायक है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि, इस बार मविआ व इंडी गठबंधन द्वारा पहले की तुलना में ज्यादा सीटें दी जाएगी और इंडी गठबंधन के सभी सहयोगी पूरी तरह से एकजूट रहेंगे. इन तमाम बातों के बीच महाराष्ट्र के नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने कहा कि, समाजवादी पार्टी के लिए मविआ के दरवाजे बंद नहीं है और दो दिन के भीतर सभी समस्याएं सुलझा ले जाएंगी.