नागपुर/दि.15– केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की मार्गदर्शक सूचनाओं के अनुसार राज्य सरकार ने पर्यावरणपूरक गणेशोत्सव के लिए इस वर्ष अस्थायी तौर पर नीति निर्धारित की है. जिसके अनुसार सभी नियमों का कडाई से पालन करें. ऐसे निर्देश मुंबई हाईकोर्ट की नागपुर खंडपीठ ने बुधवार को दिए.
हाईकोर्ट ने खुद होकर दखल लेते हुए पीओपी मूर्तियों के इस्तेमाल के बारे में जनहित याचिका दायर करवाई है. न्यायाधीश द्बय अतुल चांदुरकर व वृषाली जोशी के समक्ष याचिका की सुनवाई हुई. गत सुनवाई के समय राज्य के पर्यावरण व मौसम विभाग के उपसचिव ने हाईकोर्ट में शपथपत्र पेश किया था. उसके अनुसार राज्य सरकार द्बारा अगस्त 2022 में जारी अस्थायी नीति स्थायी तौर पर लागू करें या उसमें कुछ परिवर्तन करें, इस बारे में यह समिति अपनी राय रखेगी. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल की मार्गदर्शक सूचनाओं के अनुसार राज्य सरकार ने यह नीति अपनाई. राज्य के सभी जिले के कलेक्टर, महापालिका आयुक्त व स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के प्रमुखों को उनके कार्यक्षेत्र में पर्यावरणपूरक पध्दति से त्यौहार मनाए जाने के बारे में सूचनाए दी गई हैं. उन पर कडाई से अमल करें, ऐसे निर्देश न्यायालय ने दिए है. अगली सुनवाई 27 सितंबर को तय की गई हैं. न्यायालयीन मित्र के तौर पर एड. श्रीरंग भंडारकर व मनपा की ओर से एड.जेमिनी कासट ने पक्ष रखा.
* इन बातों पर अमल करना होगा
– सिर्फ प्राकृतिक चीजों से बनी तथा पूर्णत: घुलनेवाली मूर्तियों को ही अनुमति
– मूर्ति बनाने, मूर्ति के गहने बनाने के लिए सिर्फ लकडी का भूसा, सुखे फूल व प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें.
– केमिकल रंग या डाय पर बंदी
– मूर्ति की सजावट व मंडप में सिंगल यूज प्लास्टिक, थर्माकोल पर बंदी
* 200 से ज्यादा मूर्तियां जब्त
महापालिका ने पीओपी गणेश मूर्तियों के खिलाफ शुरू किया अभियान और तीव्र किया है. लगातार तीसरे दिन की गई कार्रवाई अंतर्गत 218 पीओपी मूर्तिया जब्त की. साथ ही मूर्ति बेचने वालों से प्रत्येकी 10 हजार रूपये के हिसाब से 1 लाख 40 हजार रू. जुर्माना वसूला गया. बुधवार को मनपा ने छोटा ताजबाग, सीताबर्डी, मानेवाडा, सक्करदरा व अन्य इलाकों में निर्मित मूर्तियों की जांच की. जब 14 स्थानों पर पीओपी मूर्तियों की बिक्री नजर आते ही वह मूर्तियां जब्त की गई.
* महंगे हो गए मिट्टी के बाप्पा
शहर में पीओपी मूर्तियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू होते ही मिट्टी की गणेश मूर्तियों के दाम बढ गए हैं. छोटी तथा बडी मूर्तियां महंगी हो गई है. छोटी मूर्तियों का मूल्य 500 रूपए से शुरू हो रहा है और उंचाई के अनुसार 1500 से 2000 के दाम पर उपलब्ध है. 5 से 15 फीट तक मूर्तियों जो गत वर्ष 10 से 15 हजार रूपए में मिलती थी. इसके लिए वर्ष में 15 से 30 हजार रूपए देने पड रहे हैं. प्रतिबंध हटाए जाने से इस वर्ष उंची मूर्तियों की मांग भी बढ गई है, ऐसी जानकारी मूर्तिकारों ने दी.