परभणी/ दि. 5- शिवसेना और राकांपा अजीत पवार के नेताओं के बीच मुंबई से लेकर मराठवाडा तक अनेक जगह खींचातानी का दृश्य हैं. कई बार विवाद बढने पर वरिष्ठ नेताओं को दखल देनी पडी है. इसी कडी में परभणी का नाम जुड गया है.
परभणी के पालकमंत्री संजय बनसोडे ने राकांपा जिलाध्यक्ष और विधायक बाबा जानी दुर्रानी की अध्यक्षता में पाथरी में संजय गांधी निराधार योजना समिति स्थापित की. शिवसेना शिंदे गट के नेता सईद खान ने समिति को शासन नियमों के विरूध्द बताते हुए इसे रद्द करने की मांग सोमवार को जिलाधीश को दिए निवेदन में कर डाली. खान ने इस ओर ध्यान दिलाया कि समिति का अध्यक्ष शासन निर्णयानुसार सामाजिक कार्यकर्ता होना चाहिए. जबकि दुर्रानी न केवल उच्च सदन के सदस्य हैं बल्कि उन्हें वेतन, भत्ते और अन्य सुविधाएं सरकार प्रदान कर रही हैं. दुर्रानी को सरकार के निर्णय के अनुसार ही समिति का सदस्य नियुक्त नहीं किया जा सकता. शिवसेना अल्पसंख्यंक प्रदेशाध्यक्ष सईद खान ने और भी बातें पत्र में लिखी है.
उन्हें मुख्यमंत्री शिंदे का करीबी माना जाता हैं. ऐसे में अब समिति बर्खास्त होगी क्या, यह सवाल आनेवाले दिनों में हल होगा.