अकाऊंटंट ने ही मालिक को लगाई 43 लाख की चपत
नागपुर/दि. 16 – एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करनेवाले अकाऊंटंट ने विगत 6 माह के दौरान कंपनी के 43 लाख 54 हजार रुपए अपने व अपने कुछ दोस्तों के अकाऊंट में जमा कराए और फिर वह फरार हो गया. जिसकी शिकायत मिलने के बाद वाडी पुलिस ने मुरलीधर आसोपा (38, बिकानेर, राजस्थान) नामक आरोपी अकाऊंटंट के खिलाफ जालसाजी का मामला दर्ज करते हुए जांच करनी शुरु कर दी है.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक वाडी पुलिस थाना अंतर्गत मनोज शवकानी (48) की बालाजी गोल्डन ट्रांसपोर्ट कंपनी है. जहां पर 10 कर्मचारी काम करते है और इस कंपनी द्वारा ट्रको के जरिए व्यापारियों का माल एक शहर से दूसरे शहर भेजा जाता है. कामकाज बडा रहने के चलते कंपनी में अकाऊंटंट की जरुरत थी. ऐसे में इसी कंपनी में काम करनेवाले एक कर्मचारी ने अपने रिश्तेदार मुरलीधर आसोपा को इस कंपनी में अकाऊंटंट की नौकरी दिला दी. जून 2022 में उक्त कंपनी में अकाऊंटंट के तौर पर काम शुरु करनेवाले मुरलीधर पर भरोसा रखते हुए कंपनी मालिक मनोज शवकानी ने उसे आर्थिक व्यवहारों की जिम्मेदारी भी सौंपी. लेकिन धीरे-धीरे मुरलीधर आसोपा ने इस भरोसे का गलत फायदा उठाना शुरु कर दिया और केवल 6 माह के भीतर ही कंपनी के 43 लाख 54 हजार रुपए अपने व अपने दोस्तों के नाम पर खोले गए बैंक खातो में डाल दिए. यह बात ध्यान में आते ही मनोज शवकानी ने मुरलीधर आसोपा से कंपनी की रकम लौटाने हेतु कहा तो उसने पहले काफी टालमटोल करनी शुरु की. साथ ही यह धमकी भी दी कि, अगर इस घटना को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई तो वह अपनी जान दे देगा. इसके बाद दीपावली के समय मुरलीधर आसोपा बिकानेर गया. जहां से वह अब तक वापिस नहीं लौटा है. ऐसे में मनोज शवकानी ने अपने सभी अकाऊंट की जांचपडताल करने के बाद खाते में हुई गडबडी का हिसाब लगाया और मुरलीधर आसोपा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.