यवतमाल की शौर्या का माऊंट क्यागर री पर शौर्य
18 वर्ष की आयु में लेह-लद्दाख रिजन पर गाडा झंडा
यवतमाल/दि. 8 – यवतमाल की 18 वर्षीय शौर्या बजाज ने शून्य से 37 डिग्री सेल्सीअस कम तापमान तथा लगातार चलती बर्फीली हवाओं के बावजूद 6176 मीटर उंचे माऊंट क्यागर री की चढाई करने में सफलता प्राप्त की है और लेह-लद्दाख रिजन पर झंडा गाडनेवाली वह सबसे कम आयु की युवती साबित हुई है. जिसके नाम पर रिकॉर्ड बन गया है.
व्हाईट एक्सपेडिशन द्वारा आयोजित यह मुहिम प्रसिद्ध पर्वतारोही रिकी के नेतृत्वतले विगत 1 जनवरी को पूरी हुई. जिसमें यवतमाल निवासी शौर्या बजाज ने भी हिस्सा लिया. यवतमाल शहर के ख्यातनाम व्यवसायी गोविंद बजाज की सुपुत्री शौर्या बजाज को बचपन से ही पर्वतारोहण के प्रति रुचि रही. यवतमाल में कक्षा 10 वीं तक पढाई करने के बाद उच्च शिक्षा हेतु सिंगापुर जानेवाली शौर्या बजाज ने गत वर्ष ही एवरेस्ट बेस कैम्प में प्रशिक्षण भी हासिल किया. जिसके बाद उसने लेह-लद्दाख रिजन के माऊंट क्यागर री की चढाई करने वाले अभियान में हिस्सा लिया. लेकिन ऐसा करना आसान नहीं था. क्योंकि, इस परिसर की भौगोलिक स्थिति खतरनाक रहने के साथ ही उंचे पहाडों पर शितकाल के दौरान मौसम अनिश्चितताओं से भरा हुआ होता है. जिसके चलते माऊंट क्यागर री के शिखर तक पहुंचना काफौ चुनौतीपूर्ण था. लेकिन शौर्या बजाज ने असामान्य शारीरिक क्षमता, मानसिक सहनशक्ति व दृढ निश्चय के साथ ही धैर्य व सकारात्मकता दिखाते हुए यह कारनामा महज 18 वर्ष की आयु में कर दिखाया.