रेल्वे के मुख्य अधीक्षक ने ही युवाओं को दिये फर्जी नियुक्ति पत्र
रेल अधिकारी फंसा सीबीआई के जाल में
मुंबई/दि.8 – रेल्वे में नौकरी का लालच दिखाते हुए युवाओं से पैसे लेकर जालसाजी करने के मामले में रेल्वे के एक बडे अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. इस अधिकारी ने 23 से अधिक युवाओं के साथ जालसाजी की थी. इस मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानि सीबीआई ने मध्य रेल्वे के मुंबई स्थित कार्यालय में मुख्य डिपो साहित्य अधीक्षक सीडीएमएस पद पर कार्यरत रहने वाले राजेश नाइक को गिरफ्तार किया है. साथ ही उससे संंबंधित ठिकानों पर तलाशी भी ली. रेल्वे के ही एक उच्च पदस्त अधिकारी द्वारा नौकरी देने के नाम पर युवाओं से जालसाजी करने और युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र दिये जाने का मामला सामने आते ही अच्छा खासा हडकंप व्याप्त हो गया है.
सीबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक मध्य रेल्वे की परेल कार्यशाला में सीडीएमएस पद पर कार्यरत रहने वाला राजेश नाइक ऐसे युवाओं की खोज में रहा करता था. जिन्हें नौकरी की तलाश होती थी. ऐसे युवाओं को रेल्वे में विविध पदों पर नौकरी दिलाने की लालच देते हुए राजेश नाइक ने 23 से अधिक युवाओं के साथ जालसाजी की और उन्हें डीपीओ, मध्यरेल्वे, मुंबई के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र, वैद्यकीय जांच रिपोर्ट व प्रशिक्षण पत्र भेजकर उनसे बडे पैमाने पर धन उगाही की. कुछ लोगों ने इस मामले की जांच सीधे सीबीआई से की थी. पश्चात सीबीआई ने इस मामले की पडताल करते हुए राजेश नाइक को धर दबोचा.