झंडा ऐसा बांधा कि रस्सी खींचने से खुला ही नहीं
मुख्यमंत्री 30 सेकंड तक करते रहे मशक्कत
मुंबई/दि.15 – महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री आवास में 15 अगस्त के अवसर पर ध्वजारोहण के बीच लोग कुछ पल के लिए पशोपेश की हालत में पड़ गए. स्वतंत्रता दिवस पर ऐसा झंडा बांधा गया कि फ्लैग होस्टिंग के दौरान रस्सी खींचते ही उसमें गठान बंध गई और झंडा खुल ही नहीं पाया. सीएम एकनाथ शिंदे करीब 30 सेकंड तक रस्सी खींचते रहे लेकिन झंडा फहरा नहीं सके. इसके बाद पास खड़े सुरक्षाबल के जवान ने रस्सी खींची और तिरंगा फहराने लगा. तब राष्ट्रगान शुरू हो पाया.
दरअसल, मुंबई स्थित मुख्यमंत्री आवास में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम रखा गया था. समारोह के दौरान उनके साथ उनके बेटे और लोकसभा सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी, पुलिसकर्मी और कर्मचारी मौजूद थे. लेकिन जब झंडे को फहराने की बारी आई तो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे करीब 30 सेकंड तक मशक्कत करते रहे गठान लग जाने से झंडा खुल नहीं पाया. यह देख पास खड़े जवान ने एक झटके से रस्सी को खींचा और झंडा खुलकर फहराने लगा. इसके बाद संगीतमय राष्ट्रगान शुरू हुआ और भारत माता की जय जयकार हुई. ध्वजारोहण समारोह के समापन के बाद महाराष्ट्र के सीएम ने स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और कहा, मैं इस दिन देश के सभी नागरिकों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी… मैं उन्हें नमन करता हूं।
’लड़की बहिन योजना से बैकफुट पर विपक्ष’, सीएम शिंदे बोले-
मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की ’लाडली बहन’ योजना के तहत हजारों महिलाओं के खातों में पैसे के वितरण के बारे में भी विस्तार से बताया. महाराष्ट्र के सीएम ने इससे पहले कहा था, ”लड़की बहन योजना के तहत 1.5 करोड़ बहनों ने फॉर्म भरा है. आज 3 लाख बहनों के खाते में 990 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं और यह एक ट्रायल था. विपक्ष लगातार इस योजना पर सवाल उठा रहा था. हमारी सरकार देने वाली है, लेने वाली नहीं है, पहले वाली सरकार लेने वाली थी.”