मंत्री पदों के बंटवारे का फार्मूला हुआ तय
32 विधायकों की पहले चरण में लग सकती है लॉटरी
* 11 मंत्री पद अगले चरण हेतु रखे जा सकते है खाली
मुंबई /दि.28- राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री व शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे ने गत रोज यह कहते हुए खुद को मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर कर लिया था कि, भाजपा नेतृत्व द्वारा जो भी निर्णय लिया जाएगा, वह निर्णय उन्हें मान्य रहेगा. साथ ही वे भाजपा के निर्णय में अपनी ओर से कोई दिक्कत पैदा नहीं करेंगे. ऐसे में शिंदे द्वारा अपने कदम पीछे खींच लिये जाने के चलते अब मुख्यमंत्री पद हेतु भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का नाम लगभग तय माना जा रहा है. वहीं मुख्यमंत्री पद से दावा छोडने वाली शिवसेना को ज्यादा महत्वपूर्ण मंत्रालय मिलने की संभावना है.
बता दें कि, राज्य मंत्रिमंडल की अधिकतम सदस्य संख्या 43 होती है और सभी 43 मंत्री पद एकसाथ नहीं भरे जाते. यह भी अब तक का इतिहास रहा है. चूंकि राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में महायुति के विधायकों की संख्या 234 है. जिसमें से 132 सीटों के साथ भाजपा सबसे बडा दल है. जिसके चलते भाजपा के हिस्से में लगभग आधे मंत्री पद आ सकते है और भाजपा को 21 मंत्री पद मिलने की संभावना है. जिसमें से भाजपा द्वारा पहले चरण के तहत अपने कोटे के तहत 15 मंत्रियों का चयन किया जा सकता है. इसके अलावा शिवसेना के हिस्से में 12 व राकांपा के हिस्से में 10 मंत्री पद आ सकते है. जिसमें से पहले चरण के तहत शिवसेना द्वारा 9 व राकांपा द्वारा 8 मंत्री पदों पर अपने विधायकों की नियुक्ति की जा सकती है. ऐसे में मंत्री बनने के कई इच्छुकों को शपथविधि हेतु तैयार किये गये अपने कोट फिलहाल अपनी अलमारियों में ही रखने होंगे.
विशेष उल्लेखनीय है कि, बहुत जल्द राज्य में 12 महानगरपालिका व लगभग 25 जिला परिषदों के चुनाव है. ऐसे में महायुति को विधानसभा में मिली जबर्दस्त सफलता के चलते स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव भी जल्द कराये जाने की संभावना है और चुनावों को ध्यान में रखते हुए ही मंत्री पदों पर विधायकों की नियुक्तियां की जाएगी.