नागपुर के राठौड बंधु हत्याकांड में इस्तेमाल किया चाकू मिला
पुलिस के दल ने अंजनगांव के शहानूर नदी से बरामद किया चाकू
नागपुर /दि. 6- राठौड बंधु रवि और दीपक की हत्या करनेवाले आरोपियों ने हत्या में इस्तेमाल चाकू अमरावती जिला स्थित अंजनगांव सुर्जी के शहानूर नदी में फेंक दिया था. पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से नदी से वह चाकू बरामद किया है. साथ ही पुलिस ने आरोपियों को फरार होने में सहायता करने में भोईपुरा निवासी रौनक गौर नामक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है. उसे अन्य आरोपियों के साथ अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया है.
29 दिसंबर की रात इतवारी में गांधीबाग उद्यान के पास बीच चौराहे पर रविसिंह राठौड (36) और उसके भाई दीपकसिंह राठौड (39) की हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने हत्या के सूत्रधार बदनसिंह राठौड, उसके बेटे अभिषेक-सोनू, साले मनोज राठौड, भतीजे विवेक राठौड, हरी राठौड और विशाल कडवे को गिरफ्तार किया है. बदनसिंह और उसके बेटों का एक साल से राठौड बंधुओं से विवाद चल रहा था. आरोपियों को राठौड बंधुओं से पैसे लेने थे. बदनसिंह ने राठौड बंधुओं की मां को फोन करके अपशब्द बोले थे. जिससे राठौड बंधु आगबबूला थे. 29 दिसंबर को दीपक ने बदनसिंह को फोन करके बात करने के लिए बुलाया था. बदनसिंह अपने साले और भतीजे के साथ वहां आया था. दीपक से विवाद होने पर उसने अपने बेटों को बुला लिया. हथियार लेकर पहुंचे बेटों ने दोनों की हत्या कर दी. घटना के बाद अभिषेक राठोड वर्धा और उसका भाई सोनू अमरावती भाग गए थे. सोनू ने हत्या में इस्तेमाल चाकू अंजनगांव सुर्जी की शहानूर नदी में फेंक दिया था. पुलिस ने सोनू की निशानदेही पर गोताखोरों की सहायता से चाकू को बरामद किया है. सोनू यह गिरफ्तार आरोपी रौनक गौर की बाइक पर सवार होकर अंजनगांव सुर्जी गया था. पुलिस दो दिन से रौनक से पूछताछ कर रही थी. रविवार को उसे गिरफ्तार किया गया. सूत्रों के अनुसार सोनू ने हत्या के पहले और बाद में अपने एक दोस्त को फोन किया था. उसी दोस्त के पास रौनक काम करता है. उसने सोनू के कहने पर रौनक को उसे लेने के लिए भेजा था. रौनक उसे बाइक पर बिठाकर अंजनगांव सुर्जी ले गया. रौनक को भेजनेवाले युवक को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. यह युवक संपन्न परिवार का बताया जा रहा है. इससे चर्चा को बल मिल रहा है. आरोपी गांधीबाग-हंसापुरी के एक ग्रुप से जुडे है. इसी ग्रुप में सक्रिय युवकों ने आरोपियों को फरार होने पर संरक्षण देने में सहायता की है. व्यवसायिक परिसर इतवारी में राठौड बंधुओं की हत्या होने से पुलिस पर काफी दबाव पडा था. जिसके चलते आरोपियों ने एक वकील के माध्यम से समर्पण किया. आरोपियों के आत्मसमर्पण करने से भी राठौड बंधुओं से जुडे युवक संतप्त है.