भतीजा तो मटण लेकर आया था, फिर ऐसा क्या हुआ?
लायसेंसधारी खुद की रिवॉल्वर से गोलियां मारी गायकवाड ने, गुत्थी अभी भी अनसुलझी
पुणे/दि.25- अमरावती के पुलिस उपायुक्त भारत गायकवाड व्दारा पुणे के बाणेर स्थित सरकारी निवास में पत्नी और भतीजे की हत्या के बाद आत्महत्या करने के मामले की गुत्थी अभी सुलझी नहीं है. पुलिस का कहना है कि सभी एंगल से और अनेक थ्यौरी पर जांच चल रही है. अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है. प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि गायकवाड ने अपनी लाइसेंसधारी पाइंट-32 कैलिबर रिवॉल्वर से पत्नी मोनी और भतीजे दीपक की हत्या के बाद अपना कमरा बंद कर खुद के सिर में गोली मार ली. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके का मुआयना और परिजनों से पूछताछ कर घटना की वजह खोजने का प्रयास किया है. पता चला है कि रविवार शाम भतीजा दीपक चाचा के लिए मटण लेकर आया था. फिर ऐसा क्या हुआ कि गायकवाड ने गोलियां दाग दी.
* दो घंटे पहले पत्नी से झगडा
पुणे पुलिस के डीसीपी शशिकांत बोराटे ने कहा कि तिहरे हत्याकांड के कारण पूरी गंभीरता से जांच हो रही है. लेकिन परिस्थिति जन्य प्राथमिक जानकारी, परिवार के अन्य सदस्यों व्दारा दी गई जानकारी से पता चला है कि वारदात से दो घंटे पहले गायकवाड का पत्नी से विवाद हुआ. गरमागर्म बहस हुई थी. वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक बाला पंधारे ने बताया कि, गायकवाड ने खुद की रिवॉल्वर से गोलीबारी की.
* 8 दिनों की छुट्टी लेकर पहुंचे थे
57 वर्षीय गायकवाड 2 वर्ष पूर्व 4 जून 2021 को पदोन्नत हुए थे. वे 15 जुलाई को 8 दिनों की छुट्टी लेकर पुणे पहुंचे थे. उनका बडा बेटा हर्षवर्धन पुरानी गाडियों की खरीदी-बिक्री करता है. छोटा बेटा सुहास होटल प्रबंधन कोर्स कर रहा है. रविवार रात भतीजा दीपक हमेशा की तरह चाचा के लिए मटण लेकर आया था. रात करीब 10 बजे सभी ने भोजन किया और सोने चले गए.
* 3.30 बजे के करीब चली गोलियां
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गायकवाड पत्नी के साथ रुम में थे. दरवाजा भीतर से बंद था. छोटा बेटा सुहास, भतीजा दीपक, उनकी मां और सास दूसरे कमरे में सोए थे. गायकवाड ने तडके 3 से 3.30 बजे के बीच पत्नी मोनी के सिर में गोली मारी. वह जगह पर खत्म हो गई. उस समय फ्लैट में उपस्थित परिवार के लोग कमरे की ओर भागे. भतीजे दीपक ने दूसरी चाबी से कमरा खोला. खोलते ही गायकवाड ने उसके सीने में गोली मार दी. वह दरवाजे के पास धडाम से गिर गया. उसके बाद गायकवाड ने सास और छोटे बेटे के सामने हवा में फायर किया. उन्हें वहां से चले जाने की चेतावनी दी. फिर कमरा अंदर से बंद कर लिया. कुछ देर बार गोली चलने की आवाज आई. दरवाजा तोडने पर देखा गया कि गायकवाड ने सिर में गोली मार ली थी.
* नहीं मिली कोई चिट्ठी
गोली लगने से खून से लथपथ तीनों को निजी अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर्स ने बताया कि वे मारे जा चुके हैं. पुलिस को घटनास्थल से अभी तक कोई सुसाइड नोट, चिट्ठी आदि सबूत नहीं मिले है. पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि घटना से पहले गायकवाड ने शराब पी थी.
* पुलिस उपायुक्त का कहना
पुणे पुलिस उपायुक्त रामनाथ मोपाले ने कहा- ‘हमें कुछ जानकारियां मिली है. पहले उन्हें पुख्ता किया जाएगा. उसके बाद उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा.’ आयुक्त रितेश कुमार, उपायुक्त संदीप कार्मिक, अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पहुंचे. मुआयना किया. स्वयं परिजनों से बात की.
* परिवार में कोई विवाद नहीं
पुलिस अधिकारियों का परिजनों से बातचीत के बाद कहना रहा कि परिवार में कोई वाद विवाद न था. आयुक्त ने कहा कि, वे कई अन्य थ्यौरी पर भी काम कर रहे हैं. पत्रकारों ने जब वहां दौरे किए तो पता चला की घटना की शाम को गायकवाड बिल्कुल सामान्य थे. सोसायटी के सुरक्षा गार्ड राम दखने का कहना रहा कि उसके लिए भी यह घटना काफी शॉकिंग है. एसीपी गायकवाड रविवार शाम मां के साथ नियमित इवनिंग वॉक करके आए थे. बहुत अच्छे आदमी थे. उस शाम भी दखने से कहा-‘कसे काय रामभाउ’. मैंने भी हमेशा की तरह जवाब दिया एकदम ठीक हूं. गायकवाड को शांत स्वभाव का मिलनसार व्यक्ति बताया. पूरी सोसायटी के लिए यह वारदात चौंका देने वाली है.