* निलंबित नेता ने कल दावा किया था
पुणे/ दि. 15- देश में बदलते राजनीतिक हालात को देखते हुए राकांपा शरद पवार गट शीघ्र कांग्रेस में विलीन होने की हलचल शुरू है. ऐसा दावा खंडणी प्रकरण में निलंबित राकांपा के नेता ने बुधवार को कर दिया था. उसका खंडन करते- करते बुधवार को सुप्रिया सुले और अन्य नेताओं की नाक में दम आ गया था.
शरद पवार के पुणे के निवास स्थान पर बैठक शुरू रहते विलीनीकरण की चर्चा शुरू हुई. क्योंकि पुणे जिले में शरद पवार गट के नेता और जिला परिषद के पूर्व सभापति मंगलसिंह बांदल ने यह जानकारी दी थी. 50 करोड रूपए की फिरौती मामले में बांदल 2020 में निलंबित किए गये थे. वह 10 जनवरी में जेल से बाहर आए. बांदल ने कहा कि शरद पवार गुट कांग्रेस में विलीन होने का विषय राष्ट्रीय स्तर का हैं. परंतु चर्चा शुरू है. इस बारे में जल्द पता चलेगा. उनके बयान के बाद राज्यभर में खलबली मची.
* जयंतराव से पूछना पडेगा
ुंपुणे की बैठक हेतु उपस्थित सुप्रिया सुले ने स्पष्ट कहा कि शरद पवार गट का कांग्रेस में विलय नहीं होगा. बांदल ने यह जानकारी कैसे दी, मुझे नहीं पता. सुले ने कहा कि बांदल पर पार्टी ने कौन सी जवाबदारी दी है, यह भी नहीं मालूम. वह जयंत पाटिल से पूछना पडेगा. सांसद अमोल कोल्हे, विधायक रोहित पवार, अनिल देशमुख ने भी विलय की खबरों का खंडन किया.