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नागपुर में दंगा भडकाने के लिए राज्य सरकार भी जिम्मेदार

नाना पटोले का सभागृह में सरकार पर हल्लाबोल

* परभणी व बीड मामले को लेकर भी सरकार को घेरा
मुंबई /दि.25- राज्य विधान मंडल के जारी बजट सत्र दौरान अंतिम सप्ताह प्रस्ताव पर विधानसभा में अपने विचार व्यक्त करते हुए कांग्रेस विधायक नाना पटोले ने नागपुर में हुए दंगे को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि, नागपुर दंगे को लेकर सीएम फडणवीस ने सभागृह में भले ही यह कहा है कि, दंगे का समर्थन कोई नहीं करता, लेकिन दंगे वाली स्थिति किसने पैदा की और दंगे की शुरुआत कैसे हुई इस पर मुख्यमंत्री ने एक शब्द भी नहीं कहा. नागपुर में दंगे के समय एक हरी चादर को जलाया गया था और उस समय पुलिस वहां पर मौजूद थी. ऐसे समय यदि पुलिस ने उस हरी चादर को अपने कब्जे में ले लिया होता तो दंगे व हिंसा की घटना घटित ही नहीं होती. ऐसे में नागपुर में हिंसा भडकाने के लिए एक तरह से राज्य सरकार ही जिम्मेदार है.
इसके साथ ही नाना पटोले ने यह भी कहा कि, नागपुर के जिस क्षेत्र में हिंसा और दंगे की घटना घटित हुई उसी क्षेत्र में मुख्यमंत्री फडणवीस का बचपन बीता है. साथ ही नागपुर को सर्वधर्म समभाव माननेवाला शहर माना जाता है. जहां पर आज तक ऐसी कोई घटना घटित नहीं हुई. ऐसे में इस पूरे मामले को लेकर गृहमंत्री होने के नाते सीएम फडणवीस ने जवाब देना चाहिए. साथ ही नाना पटोले ने परभणी में पुलिस हिरासत के दौरान हुई सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत और बीड जिला अंतर्गत मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड मामले को लेकर भी सरकार को जमकर घेरा. इसके अलावा कॉमेडियन कृणाल कामरा के खिलाफ की गई कारवाई का उल्लेख करते हुए नाना पटोले ने जानना चाहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करनेवाले प्रशांत कोरटकर व राहुल सोलापुरकर के खिलाफ अब तक कोई भी कार्रवाई कैसे नहीं की गई है. पटोले ने यह आरोप भी लगाया कि, प्रशांत कोरटकर के कई आईपीएस अधिकारियों के साथ संबंध है और उसके बाद जेल में रहनेवाले महेश मोतेवार की जब्त की गई आलिशान कार भी है. साथ ही राहुल सोलापुरकर के पीछे भी राजनीतिक वरदहस्त है. जिसका खुलासा होना चाहिए.

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