पुणे/दि.29- जालसाजी के विविध फंडे इस्तेमाल कर अनेको को ठगा जा रहा है. पश्चात प्रलोभन का शिकार होकर जालसाली होेने की घटनाएं कम नहीं हो रही है. अब जालसाजी की बडी घटना प्रकाश में आई है. अधिक पैसे देने का प्रलोभन देकर 3.25 करोड रुपए की जालसाजी की गई है. इस प्रकरा में मामला दर्ज किया गया है. पुणे के एक युवक, उसके दोस्त और रिश्तेदारों के साथ यह घटना घटित हुई है. इस प्रकरण की जांच पुणे पुलिस कर रही है.
जानकारी के मुताबतिक आरोपी नामदेव गायकवाड और अन्यों ने दिगंबर गायकवाड को फॉरेंसिक ट्रेडिंग में निवेश करने कहा. इस निवेश से बडा मुनाफा होने का प्रलोभन दिया गया. निवेश की गई रकम पर प्रतिमाह 20 प्रतिशत पैसे मिलेंगे, इस आशा में दिगंबर गायकवाड ने निवेश करना शुरु किया. दिगंबर गायकवाड का विश्वास हासिल करने के लिए आरोपियों ने निवेश पर पैसे देना शुरु किया. आरोपियों ने गायकवाड के बैंक खाते में 3 लाख 20 हजार रुपए जमा किए. इस कारण गायकवाड और उनके दोस्त व रिश्तेदारों ने निवेश शुरु किया. कुल 20 लोगों ने इस कंपनी में 2 करोड 85 लाख का निवेश किया. इतना ही नहीं बल्कि 40 लाख रुपए नकद स्वरुप भी दिए. लेकिन आरोपी ने काई भी पैसा न देते हुए 3 करोड 25 लाख रुपए की जालसाजी की.
* इन आरोपियों पर मामला दर्ज
दिगंबर गायकवाड को अपने साथ धोखाधडी होने का पता चलते ही उन्होंने भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में सात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की. पुलिस ने हनुमंत मोरे, नामदेव गायकवाड, राजश्री रस्ते, अनिल चव्हाण, रुपाली चव्हाण, शशिकला वादगावे और सुरेश कुंभार के खिलाफ मामला दर्ज किया है.