तो सभी आदिवासी विधायक दे देंगे इस्तीफा
विस उपाध्यक्ष नाना झिरवल ने दी सरकार को चेतावनी
मुंबई /दि.13- संविधान ने हमें जो आरक्षण दिया है, उसमें 47 जातियों व जनजातियों का पहले ही समावेश है और अब उसमें 48 वीं जाती के समावेश को हम बिल्कुल भी साकार नहीं करेंगे. क्योंकि यह बात हमारे आदिवासी समाज को भी मान्य नहीं है और समाज इसे लेकर हम पर अपना रोष निकाल रहा है. यदि इसके बावजूद भी सरकार द्बारा धनगर समाज को हमारे आरक्षण में शामिल करने का प्रयास किया जताा है, तो आदिवासी समाज के सभी विधायकों द्बारा अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया जाएगा. जिसके बाद सरकार कैसे चलती है, यह हम भी देखेंगे, इस आशय की चेतावनी विधानसभा उपाध्यक्ष नाना झिरवल द्बारा दी गई.
झिरवल के मुताबिक धनगर समाज पेशे से मेंढपाल है तथा उनके व आदिवासियों के बीच रुढी, रीतिरिवाज व परंपरा को लेकर कोई सौम्यता नहीं है. ऐसे में धनगरों को धनगड नाम देते हुए उन्हें आदिवासी साबित करने के प्रयास पर समर्थन नहीं किया जा सकता. सरकार यदि धनगरों को आरक्षण देना चाहती है, तो अलग से दे सकती है. परंतु धनगरों को आदिवासी के तौर पर हमारे साथ नहीं जोडा जा सकता और यदि ऐसा किया जाता है, तो सभी दलों के कुल 25 आदिवासियों विधायकों द्बारा अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया जाएगा. जिसके बाद सरकार रहती है अथवा जाती है, इससे हमारा कोई लेना देना नहीं रहेगा. विधानसभा उपाध्यक्ष झिरवल द्बारा दी गई इस चेतावनी के चलते सरकार में अच्छा खासा हडकंप व्याप्त है.